लक्षद्वीप। लक्षद्वीप में स्कूलों की साप्ताहिक छुट्टी को शुक्रवार से बदलकर रविवार करने का फैसला किया गया है। केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन के इस कदम से मुस्लिम बहुल द्वीप समूह में भारी विरोध शुरू हो गया है क्योंकि यहां शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था दशकों से जारी है।
लक्षद्वीप के शिक्षा विभाग ने 17 दिसंबर को अकैडमिक सेशन 2021-22 के लिए स्कूलों की टाइमिंग और नियमित गतिविधियों के लिए विस्तृत आदेश जारी किया। उसमें इस बात का भी जिक्र है कि अब स्कूल शुक्रवार को भी खुलेंगे और साप्ताहिक छुट्टी रविवार को होगी। लेकिन लक्षद्वीप में इस आदेश का विरोध हो रहा है और लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। दरअसल, लक्षद्वीप एक मुस्लिम बहुल केंद्रशासित राज्य है। 2011 की जनगणना के मुताबिक, यहां की कुल आबादी में 93 प्रतिशत मुसलमान हैं। दशकों से यहां स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी हुआ करती थी।
लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल पीपी ने कहा कि 6 दशकों पहले लॉन्च हुए स्कूलों के साथ शुक्रवार छुट्टी का दिन रहा है। उन्होंने कहा, ‘यह फैसला जिला पंचायत, चुने गए प्रतिनिधियों या पीटीए से चर्चा के बगैर लिया गया है। यह एक तरफा फैसला है। लक्षद्वीप के लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा कि नया समय का शुक्रवार सुबह द्वीप पर जारी मदरसा व्यवस्था के साथ भी टकराव होगा। मोहम्मद फैजल शरद पवार की पार्टी एनसीपी से सांसद हैं।
93 फीसदी आबादी मुस्लिम
वर्तमान में 70-75 हजार की आबादी वाले इस आइसलैंड के अंतर्गत 36 द्वीपसमूह आते हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार, लक्षद्वीप की आबादी 64,429 है। 93 फीसदी जनसंख्या मुस्लिम हैं और उनमें से अधिकांश सुन्नी संप्रदाय के शफी स्कूल से संबंधित हैं। लोगों का मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना और नारियल की खेती करना है। यहां पर्यटन भी रोजगार का मुख्य साधन है।
UAE बदल रहा वीकेंड, लेकिन भारतीय राज्य में विरोध!
दिलचस्प बात यह है कि संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE भी पश्चिम और बाकी दुनिया के हिसाब से अपने यहां वीकेंड में बदलाव करने जा रहा है। अब वहां भी शनिवार और रविवार वीकेंड होगा। छुट्टी का दिन शुक्रवार के बजाय रविवार करने जा रहा है। लेकिन लक्षद्वीप प्रशासन ने स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी की दशकों से चली आ रही परंपरा को बदली है तो हंगामा मच गया है।