उधार के रुपए न लौटने पर हुई थी अरशद की हत्या, वारदात में शामिल थे तीन दोस्त

गाजियाबाद। ट्रानिका सिटी थाना क्षेत्र की विजय विहार कालोनी निवासी युवक अरशद की हत्या उसके ही दोस्तों ने की थी, पुलिस ने इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। अरशद का शव जनपद बागपत में मिला था, उसकी हत्या कर आत्महत्या दर्शाने के लिए शव को पेड़ से लटकाया गया था।

विजय विहार कालोनी के पच्चीस वर्षीय अरशद की हत्या के मामले में पुलिस ने थाना क्षेत्र के ही इनाम बिहार निवासी इसरार, इतबार बाजार चमन बिहार निवासी खुशनवाज और दौलतनगर निवासी इरफ़ान को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतक अरशद ने इरफ़ान से कुछ रुपए उधार लिए थे, आरोप है कि अरशद ने एक फोन भी चुरा लिया था। बार बार मांगने के बाद अरशद रुपए और मोबाइल देने से इनकार कर रहा था और धमकी भी दे रहा था। इसके बाद इरफ़ान ने इसरार और खुशनवाज के साथ मिलकर अरशद को मारने की प्लानिंग की। इसरार और खुशनवाज रविवार रात को अरशद को घर से मोटरसाइकिल पर ले गए और एक कमरे में उसकी पीट पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद उसे मोटरसाईकल पर बिठाकर बागपत के काठा गांव में शीशम के पेड़ पर मफलर से फंदा लगाकर लटका दिया था जिससे मामला आत्महत्या का प्रतीत हो।

रविवार से लापता था अरशद
दोस्तों के ले जाने के बा से ही अरशद रविवार रात से लापता था। सोमवार रात को अरशद के एक दोस्त ने स्वजन को एक आडियो सुनाया। आडियो में अरशद के दोस्त ने उसकी पीट पीट कर हत्या करने और शव को ठिकाने लगाने की बात कही। जिस पर स्वजन ने मंगलवार को ट्रानिका सिटी पुलिस को मामले की जानकारी देकर दोस्तों पर हत्या का आरोप लगाया।

वहीं, सोमवार को बागपत के काठा गांव में एक अज्ञात युवक का शव मिला तो बागपत पुलिस ने मृतक का फोटो सोशल मीडिया पर जारी कर शिनाख्त की अपील की थी। अरशद की हत्या की ऑडियो और बागपत पुलिस द्वारा जारी फोटो सोशल मीडिया पर देखने पर परिजन ट्रॉनिका सिटी थाने पहुंचे और सारा मामला बताया। इसके बाद परिजन बागपत पहुंचे तो जंगल में मिला शव अरशद का ही निकला।

अरशद कभी घर नहीं आएगा
वायरल ऑडियो में एक हत्यारोपी अपने एक दोस्त से बात कर रहा है। पहले उसने कहा कि अरशद को एक कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा लेकिन वह वहां से भाग गया। दोस्त ने बार-बार पूछा तो हत्यारोपी ने कबूल कर लिया। कहा कि अब अरशद कभी घर नहीं आएगा। अरशद को उसने और उसके भाई ने मार डाला है और शव इस तरह ठिकाने लगाया है कि कभी बरामद ही नहीं होगा। हत्यारोपी यह भी कह रहा है कि उसने अरशद को तीन गोली और भाई ने दो गोली मारीं। हालांकि, बागपत पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली आने से इंकार किया है।

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