गार्ड ने ही लूटे थे सिगरेट कारोबारी के रुपए, चार गिरफ्तार

साहिबाबाद (गाजियाबाद)। गाजियाबाद में सिगरेट कारोबारी के कर्मचारियों से हुई लूटकांड के आरोपी चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनसे लूट के 2.70 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। पकड़े गए बदमाशों ने 18 नवंबर को हिंडन पुल के पास फायरिंग कर कर्मचारियों से पांच लाख रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए।

पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया आरोपितों की पहचान पहाड़गंज दिल्ली के दीपक उर्फ काना, रोहिणी दिल्ली के वीरेंद्र उर्फ बब्लू, डाबड़ी दिल्ली के विजय और विवेक विहार दिल्ली के हितेंद्र उर्फ जीते के रूप में हुई है। उनके कब्जे से लूट के 2.70 लाख रुपये, लूट में प्रयुक्त बाइक, पिस्टल, दो तमंचा और छह कारतूस बरामद हुए हैं।

पुलिस क्षेत्राधिकारी साहिबाबाद आलोक दुबे ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र साइट- चार में आमिर का सिगरेट का गोदाम है। हितेंद्र उसमें गार्ड है। दिल्ली के लाल किला के पास पूर्व में गार्ड की नौकरी करने के दौरान उसकी विजय से मुलाकात हुई थी। हितेंद्र हत्या और विजय लूट के मामले जेल भी काट चुके हैं। उन दोनों की दोस्ती हो गई। विजय ने मैसेंजर पर संदेश भेजकर हितेंद्र से लूट के लिए कोई उपयुक्त स्थान सुझाने को कहा। हितेंद्र को मालूम था कि उसके गोदाम से कर्मचारी हरदिन छोटा हाथी से लाखों रुपये का माल बेचने जाते हैं। वापसी में बैग में भरकर लाखों रुपये लेकर लौटते हैं। उसने उन्हीं कर्मचारियों के साथ लूट करने का सुझाव दिया।

साहिबाबाद कोतवाली प्रभारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि विजय को हितेंद्र का सुझाव पसंद आया। उसने अपने साथी वीरेंद्र उर्फ बब्लू को पूरी योजना बताई। उन्हें लूट को अंजाम देने के लिए अन्य साथियों की जरूरत महसूस हुई। इस पर विजय ने जेल में बंद रहने के दौरान संपर्क में आए दीपक उर्फ काना से बात की। वह अपने साथी शाहरूख उर्फ शानू और सलमान के साथ वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हो गया। उसके बाद हितेंद्र ने उन्हें कर्मचारियों के गाड़ी (छाेटा हाथी) का नंबर दिया। उन लोगों ने गोदाम से निकलने से लेकर वापस आने तक पूरे दिन कर्मचारियों की गाड़ी की रेकी की। उसके दो दिन बाद 18 नवंबर को हिंडन पुल के पास पांचों आरोपितों ने फायरिंग करके कर्मचारियों को रोका। उनसे पांच लाख रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए।

नागेंद्र चौबे ने बताया कि लूट करने दीपक, शानू और सलमान मेट्रो से वैशाली मेट्रो स्टेशन आए थे। वहां विजय और वीरेंद्र उन्हें चोरी की बाइक व स्कूटी के साथ मिले। पांचों उन पर सवार होकर वारदात को अंजाम दिया। भागते समय वसुंधरा में उनकी बाइक खराब हो गई। उसे झाड़ियों में छोड़कर आटो विजय और वीरेंद्र आटो से दिल्ली चले गए। गाजीपुर के पास दीपक, शानू और सलमान ने स्कूटी छोड़ दी। उन्होंने बताया कि शानू और सलमान की तलाश की जा रही है।

दीपक के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के थानों में डकैती, लूट, चोरी सहित अन्य अपराधों के 15 मुकदमे दर्ज हैं। विजय के खिलाफ सात, वीरेंद्र के खिलाफ छह, हितेंद्र के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं। नागेंद्र चौबे ने बताया कि घटना को पांच बदमाशों ने अंजाम दिया है। इस कारण मुकदमा डकैती में बदला जाएगा। हितेंद्र के खिलाफ षड़यंत्र रचने की कार्रवाई होगी।

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