गाजियाबाद। जनपद में जहरीली हो रही शहर की हवा को बेहतर करने की जितनी जिम्मेदार शासन-प्रशासन की है, उतनी ही हमारी और आपकी भी है। इस संकट से सामूहिक प्रयास से ही छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए आप अपने मोबाइल फोन को पर्यावरण प्रहरी बना सकते हैं। अगर आपके एरिया में खुले में कूड़ा जलाया जा रहा है या फिर किसी कंस्ट्रक्शन वर्क के चलते धूल उड़ रही है तो आप अपने मोबाइल पर समीर ऐप डाउनलोड करें और उस पर घर बैठे शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही, छोटे-छोटे कदम वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
सीपीसीबी के एप समीर पर अब वायु प्रदूषण का हाल तो मिलेगा ही, बेहतर स्वास्थ्य के लिए सलाह भी दी जा रही है। इस पर एयर पॉल्यूशन से रिलेटेड शिकायत भी कर सकते हैं। गाजियाबाद समेत दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है। ऐसे में हर आम-ओ-खास के जेहन में सवाल यह रहता है कि आखिर पॉल्यूशन का लेवल क्या है? ऑनलाइन उपलब्ध हो रहे डाटा की प्रमाणिकता संशय में रहती है तो वहीं सीपीसीबी के समीर एप से पॉल्यूशन के लेवल की सटीक जानकारी मिल रही है। समीर एप को अधिक यूजर फ्रेंडली बनाया गया है, इसके जरिए एयर पॉल्यूशन के मौजूदा इंडेक्स के साथ-साथ एयर पॉल्यूशन का तीन दिनों का संभावित पूर्वानुमान भी मिलेगा। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) की श्रेणियों के अनुसार स्वास्थ्य सलाह (एडवाइजरी) भी एप पर उपलब्ध है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से लांच किए गए समीर ऐप में शिकायत करने की सुविधा भी दी गयी है। अगर आपको कहीं कुछ ऐसा दिखाई दे रहा है जो पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है तो आप उसकी फोटो अपलोड कर अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। जैसे कि अगर कहीं कूड़ा जलता हुआ या वाहनों को धुआं छोड़ते या फिर सफई के दौरान धूल उड़ती देखें तो उसकी फोटो के साथ पूरी जानकारी समीर एप पर अपलोड कर सकते हैं। एप में पब्लिक लॉगिन का ऑप्शन है जहां आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
इस ऐप पर आने वाली शिकायतों को उस एरिया के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी को ट्रांसफर कर दिया जाता है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी शिकायत को पढ़ने के बाद संबंधित विभाग को भेज देता है। जिसके बाद उसकी जांच की जाती है। निर्धारित समय पर यदि शिकायत का निस्तारण नहीं होता है तो संबंधित विभाग को कारण भी बताना होता है। यदि समस्या का समाधान हो जाता है तो शिकायत के निस्तारण की सूचना शिकायतकर्ता को उसके ऐप पर ही भेज दी जाती है।
क्षेत्रीय अधिकारी उत्तर प्रदेश नियंत्रण अधिकारी उत्सव शर्मा ने बताया कि समीर एप आसानी से मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं है। इस एप से जुड़ने के बाद पॉल्यूशन की जानकारी के लिए कहीं और नहीं भटकना पडे़गा। इस पर सलाह भी मिलेगी और शिकायत का समाधान भी होगा।
प्ले स्टोर से करें डाउनलोड
एंड्रायड फोन पर प्ले स्टोर में जाकर समीर ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है। इससे फोटो और लोकेशन भी शेयर की जा सकती है। इसमें डेली की एयर क्वालिटी इंडेक्स की जानकारी मिलने के साथ ही शिकायतों की ट्रैकिंग भी की जा सकती है।
इन बिंदुओं पर खुद भी कीजिए काम
कंस्ट्रक्शन साइट पर बिल्डिंग मटेरियल को ढक कर रखा जाए।
सार्वजनिक स्थानों पर आगजनी न की जाए।
समय समय पर पानी का छिड़काव किया जाए।
लाल बत्ती पर गाड़ियों का इंजन बंद किया जाए।
वाहनों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट लिया जाए।