बिहार में दो मासूम बच्चों को कुएं में फेंक मां ने भी दे दी जान

पटना। बिहार की राजधानी पटना में एक महिला ने अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को कुएं में फेंक दिया। इसके बाद महिला ने खुद भी पुराने कुएं में कूद कर आत्महत्या कर ली। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है, सूचना मिलने पर विक्रम पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों शव को कुएं से बाहर निकाला।

महिला की पहचान रानीतालाब थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर मठिया गांव निवासी लाला यादव की पुत्री निशा देवी के रूप में हुई है। उसकी शादी दुल्हिन बाजार थाना क्षेत्र के हरेरामपुर गांव के दिनेश यादव के पुत्र नीरज कुमार के साथ हुई थी। रविवार को वह अपने मायके से बिक्रम आई थी। घटना की सूचना मिलते ही निशा के मायके वाले बिक्रम थाने पहुंचे। घटना के बारे में कहा जाता है कि सवा बारह बजे महिला अपने दोनों बच्चों को लेकर कुएं के पास पहुंची। आसपास ट्रक लगा था। ट्रक की आड़ लेकर महिला कुएं तक पहुंची। बगल के सैलून वाले ने बताया कि महिला को ट्रक के पीछे उसने जाते हुए देखा था। वह समझा कि शौच आदि के लिए जा रही है।

धर्म कांटा का कर्मचारी कुएं के बगल में स्थित नल पर पानी पीने गया तो उसकी नजर कुएं के नीचे महिला की चप्पल पर पड़ी। वह नजदीक जाकर कुएं में झांका तो सन्न रह गया। पानी की सतह पर दोनों बच्चे उतरा रहे थे। घटना की सूचना पर घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। तीनों के शव को ग्रामीणों के सहयोग से कुएं में सीढ़ी लगाकर निकाला गया। उसके बाद शवों को घंटों शिनाख्त के लिए रखा गया। शाम छह बजे शव की शिनाख्त हो पाई। थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि शाम को तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए एम्स पटना में भेज दिया गया है।

अपने दोनों बच्चों को कुएं में फेंकने के बाद खुद उसमें कूद कर जाने देने की पूरी घटना का फुटेज धर्मकांटे पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। धर्मकांटा के बाहर सीसीटीवी में देखने के बाद थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि महिला अपने बच्चों के साथ रविवार दोपहर 12:40 बजे कुएं के पास पहुंची। कुछ देर बाद इधर-उधर देखा। कुएं की ओर किसी को नहीं आता देखकर पहले बच्चों को कुएं में फेंका और कुछ देर बाद स्वयं भी छलांग लगा दी। कुएं के आसपास वहां कोई नहीं था। लगभग दो घंटे के बाद लोगों की नजर कुएं के बाहर पड़े सामान पर पड़ी। घटना की जानकारी मिलने के बाद निशा देवी के मायके से उसके परिवार वाले थाना पहुंचे। विवाहिता के भाई प्रदुम्न ने पुलिस को बताया कि बहन मायके में ही थी। रविवार की सुबह अपने बच्चे आयुष (दो वर्ष) और अंकित (तीन माह) को साथ लेकर घर से निकली थी।

महिला के भाई प्रद्युम्न कुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन को ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। छठ के पूर्व भी बहन को मारने का प्रयास किया गया था। महिला ने इसकी सूचना अपने पिता को दी थी। इसके बाद पिता उसे मायके ले आये था। इस दौरान शनिवार की रात महिला की पति से मोबाइल पर झगड़ा भी हुआ। भाई के अनुसार उसके बड़े भांजे की तबीयत खराब थी, जिसे दिखाने के पति नीरज कुमार ने महिला को बच्चे के साथ बिक्रम आने को कहा था।

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