कश्मीर में गैरमुसलमानों-कश्मीरी पर हमले जारी, सुरक्षाबलों के कैंप में नहीं किए जाएंगे शिफ्ट

प्रतीकात्मक चित्र

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा गैर कश्मीरियों को निशाना बनाने का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं घाटी में गैर-कश्मीर मजदूरों को सुरक्षाबलों के कैंप में शिफ्ट नहीं किया जाएगा। कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने गैर-कश्मीरी मजदूरों को सुरक्षाबलों के कैंप में शिफ्ट करने वाले आदेश को फर्जी बताया है।

जम्मू कश्मीर में 24 घंटे से भी कम समय में गैर-स्थानीय मजदूरों पर तीन हमले हुए हैं। रविवार शाम करीब छह बजे अचानक लारन गाजीपोरा वनपोह क्षेत्र में दो से तीन आतंकी एक मकान में घुस आए। कमरे में बैठे श्रमिकों पर उन्होंने अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दीं। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता वहां चीख पुकार मच गई। वारदात के बाद आतंकी भाग गए। आतंकियों ने जिन तीन गैर कश्मीर मजदूरों पर गोलियां चलाई है वो सभी बिहार के रहने वाले थे। तीन में से दो राजा रेशी देव और जोगिंदर रेशी देव की मौत हो गई है जबकि एक घायल हैं।

बिहार के एक रेहड़ी-पटरी वाले और उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई की शनिवार शाम को आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस महीने अब तक नागरिकों को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 11 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते 11 दिनों में ही आतंकियों ने तीन बड़े हमलों को अंजाम दिया है। नागरिकों की हत्याओं के बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाकर उनके खून की एक-एक बूंद का बदला लेने की प्रतिबद्धता जाहिर की।

सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांति और सामाजिक-आर्थिक प्रगति और लोगों के व्यक्तिगत विकास को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहराई। सिन्हा ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘आवाम की आवाज’ में कहा, ”मैं शहीद नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकवादियों, उनके हमदर्दों को निशाना बनायेंगे और निर्दोष नागरिकों के खून की हर बूंद का बदला लेंगे।”

फर्जी आदेश वायरल
पीटीआई और रॉयटर्स की ओर से जारी खबर में मजदूरों को नजदीक के सुरक्षाबलों के कैंप में शिफ्टिंग की बात कही गई थी। लेकिन अब, न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आईजी विजय कुमार ने आदेश के फर्जी बताया है।

इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (कश्मीर) की ओर से सभी जिले की पुलिस को भेजे गए फर्जी इमरजेंसी मैसेज में कहा गया था, ”आपके क्षेत्र के सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को तुरंत नजदीकी पुलिस या केंद्रीय अर्धसैनिक बलों या सेना के प्रतिष्ठानों में लाएं।” मैसेज में आगे लिखा गया है, ”यह मामला बहुत अर्जेंट है।”

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