दिल्ली। सीआइएसएफ के कर्मचारियों द्वारा इमानदारी की मिसाल पेश करने का एक और मामला सामने आया है, जिसमें उन्होंने गलती से भूले एक यात्रा को एक लाख रुपये लौटाया है। सीआइएसएफ के जवानों की इस नेक काम की जमकर तारीफ हो रही है।
जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह एक यात्री इस कदर जल्दबाजी में था कि वह अपना एक लाख रुपये से भरा बैग चेक प्वाइंट पर लगे बैगेज स्कैनर के आउटपुट रोलर पर भूल गया। बाहर निकलने के दौरान उसे इस बात का एहसास भी नहीं रहा कि वह अपने एक लाख रुपये गंवा चुका है। कुछ देर बैग वहीं पड़ा रहा, लेकिन कोई उसे लेकर नहीं जा रहा था। एक्स-रे मशीन पर तैनात सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मी की नजर जब उस बैग पर पड़ी, तो उन्होंने आसपास मौजूद यात्रियों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी उस बैग पर अपना दावा नहीं किया। सुरक्षा जांच के लिए उन्होंने बैग को दोबारा स्कैनर में डालकर चेक किया, तो उसमें कोई संदिग्ध वस्तु नजर नहीं आई।
बाद में स्टेशन कंट्रोलर की मौजूदगी में फिजिकल जांच के लिए बैग को खोला गया, तो उसमें से 1,08,000 रुपए और दो पासपोर्ट बरामद हुए। सुरक्षाकर्मियों ने उस बैग को स्टेशन कंट्रोलर के पास जमा करवा दिया और आसपास के स्टेशनों पर भी इस बारे में अनाउंसमेंट करवा दी।
कुछ देर बाद आनंद विहार निवासी मुनीष कुमार (54) द्वारका सेक्टर-21 स्टेशन पर पहुंचे और उन्होंने चेक पॉइंट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को बताया कि जल्दबाजी में वह अपना बैग वहीं भूलकर चले गए थे। उन्हें स्टेशन कंट्रोलर के पास भेजा गया, जहां उन्होंने अपने बैग को पहचान लिया। सीसीटीवी फुटेज के जरिए किए गए वेरिफिकेशन में उनका दावा सही पाया गया, जिसके बाद उनकी पहचान सुनिश्चित करके उनका बैग उन्हें लौटा दिया गया। अपने पैसे और पासपोर्ट आदि वापस मिलने पर मुनीष ने सीआईएसएफ और डीएमआरसी के स्टाफ का आभार जताया।
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