मारिया रेसा और दमित्रि मुराटोव को मिला साल 2021 का शांति का नोबेल

ओस्लो। फिलीपींस की पत्रकार मारिया रसा और रूस के दिमित्री मुरातोव को संयुक्त रूप से वर्ष 2021 का शांति का नोबेल पुरस्कार देने का एलान किया गया है। दोनों पत्रकारों ने अपने-अपने देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया है। 1901 में इस पुरस्कार की शुरुआत नोबल फाउंडेशन की गई थी। शांति, साहित्य, भौतिकी, रसायन, चिकित्सा विज्ञान और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में दुनिया का ये सर्वोच्च पुरस्कार दिया जाता है।

नोबेल कमेटी की अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन ने पुरस्कारों का एलान करते हुए कहा, “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के उनके प्रयासों, जो लोकतंत्र और स्थायी शांति के लिए एक पूर्व शर्त है, के लिए इस जोड़ी को सम्मानित किया गया है।”

नॉर्वे स्थित नोबेल कमेटी की तरफ से कहा गया है कि रेसा ने अपने देश फिलीपींस में सत्‍ता के दुरुपयोग, हिंसा के प्रयोग और तानाशाही को सामने लाने के लिए अभिव्‍यक्ति की आजादी का सही प्रयोग किया था। साल 2012 में मारिया ने रैप्‍लर की स्‍थापना की थी। वो इस डिजिटल मीडिया कंपनी की को-फाउंडर हैं और ये कंपनी इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्‍म को आगे बढ़ाती है।

दूसरी ओर दिमित्री आंद्रेविच मुराटोव भी एक जर्नलिस्‍ट हैं। उन्‍होंने रूस में नोवाजा गाजेटा नाम से एक अखबार की सह-स्‍थापना की है। कमेटी का कहना है कि यह आज की तारीख में रूस का सबसे स्‍वतंत्र अखबार है। नोबेल कमेटी के मुताबिक मुराटोव कई दशकों से रूस में बोलने की आजादी की रक्षा करते आ रहे हैं। वो जो कर रहे हैं वो और भी विशेष उस समय हो जाता है जब उनके ही देश में उनके सामने कई चुनौतीपूर्ण स्थितियां मौजूद हैं। कमेटी ने इस बात पर जोर दिया कि एक मुक्‍त, आजाद और तथ्‍यों पर आधारित जर्नलिज्‍म सत्‍ता के दुरुपयोग, झूठ और वॉर प्रपोगेंडा को सामने लाने के लिए बहुत जरूरी है।

कैमिस्ट्री का नोबेल
रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार दो वैज्ञानिकों को नोबल दिया गया है। 2021 के नोबेल सम्मान से वैज्ञानिक बेंजामिन लिस्ट और डेविड डब्ल्यूसी मैकमिलन को सम्मानित किया गया है। दोनों साइंटिस्ट को ये नोबेल अवॉर्ड एसिमेट्रिक ऑर्गेनकैटालिसस के क्षेत्र में रिसर्च के लिए दिया गया है। आणविक निर्माण के लिए एक सटीक नए उपकरण ऑर्गेनोकैटलिसिस के विकास के लिए रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है। इसका फार्मास्युटिकल अनुसंधान पर बहुत प्रभाव पड़ा है और जिसने रसायन विज्ञान को हरित बना दिया है।

फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार
साल 2021 के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को दिया गया है। इसे पाने वाले स्यूकुरो मानेबे, क्लॉस हैसलमैन और जियोर्जियो पेरिसिक हैं। तीनों ने जटिल फिजिकल सिस्टम को समझने के लिए जरूरी अहम खोजें की थीं। इन्होंने धरती की जलवायु का फिजिकल मॉडल तैयार किया जिससे इसमें होने वाले बदलाव पर सटीकता से नजर रखी जा सकती है और ग्लोबल वॉर्मिंग का अनुमान लगाया जा सकता है।

मेडिसिन के क्षेत्र का नोबेल
साल 2021 के लिए मेडिसिन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। इस साल यह प्रतिष्ठित सम्मान डेविड जूलियस और अर्डम पटापोटियन को मिला है। दोनों ने तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज की है।

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