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99 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने उत्तर 24 परगना के सीमावर्ती इलाके में पिछले 24 घंटे में पति-पत्नी सहित पांच बांग्लादेशी (Bangladeshi Nationals) और दो भारतीय को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कैंसर (Cancer) के इलाज के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमा (International Border) को अवैध रूप से पार करने के आरोप में गिरफ्तार पति-पत्नी को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) को मानवता के आधार पर सौंप दिया.
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि रविवार को 99 वीं वाहिनी की सीमा चौकी जीतपुर, रानाघाट और मधुपुर के जवानों ने खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर विशेष अभियान चलाकर कुल सात लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें 2 भारतीय और 4 बंग्लादेशी नागरिक बांग्लदेश जा रहे थे और एक बंग्लादेशी नागरिक भारत आ रहा था. इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. गिरफ्तार आरोपियों में सुल्तान बादशाह (उम्र 38 वर्ष), इसकी पत्नी रशीदा बेगम (उम्र 33 वर्ष), ढाका के रहने वाले हैं. सुपर्णा सन्याल (उम्र 45 वर्ष) , तुहिम दास (उम्र 29 वर्ष). प्रोलाद कुमार मंडल (उम्र 35 वर्ष) सभी बांग्लादेशी हैं और इंद्रा अयूब मुल्ला (उम्र 39 वर्ष) और राम कृष्ण मंडल (उम्र 31 वर्ष) दोनों ही भारतीय है.
कैंसर के इलाज के लिए लांघी सीमा
पूछताछ करने पर सुल्तान बादशाह ने बताया कि वह अपने इलाज के लिए अपनी पत्नी के साथ पासपोर्ट से 31 मार्च 2021 को भारत आया था. भारत के वेल्लोर में अपना कैंसर का इलाज करवा रहा था. आज वे भारतीय दलाल रहमत, तमीज मंडल और रफीक मंडल की मदद से वापस बंग्लादेश जा रहे थे और उन्होंने रहमत को 17000/ रुपए भी दिए थे. वहीं, इंद्रा अयूब मुल्ला और राम कृष्ण मंडल ने बताया कि उन्होंने बांग्लादेशी लड़कियों से शादी की है और उनकी पत्नियां अभी बच्चों के साथ बांग्लादेश चली गई हैं. आज वे दोनों अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने के लिए भारत दलाल गणेश राय की मदद से बांग्लादेश जा रहे थे.
लोन नहीं चुका पाया तो देश छोड़ कर भारत आया था पैसे कमाने
प्रोलाद कुमार मंडल ने बताया कि उसने लोन लेकर कारपेंटर की दुकान खोली थी, लेकिन कोविड के चलते उसे दुकान में हानि हो गई और वह भारत में काम के लिए आ रहा था. उसने बताया कि वह सात साल पहले भी भारत आया था और नवद्वीप के समीप आमघाटा में अपने चाचा के पास लकड़ी का काम सीख कर गया था. उसने अनजान बांग्लादेशी दलाल को 10000/ रुपये भी दिए हैं. वहीं, तुहिम दास और सुपर्णा सन्याल दोनों काम के लिए भारत आए थे.
गिरफ्तार पांच लोगों को बगदाह थाना को सौंपा
गिरफ्तार किए गए पांच लोगों को पुलिस थाना बगदाह को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु सौप दिया गया. वहीं पति-पत्नी को सद्भावना और मानवीय आधार पर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले कर दिया गया. संजीव कुमार, 99 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर ने बताया कि भारत – बांग्लादेश सीमा पर गैर कानूनी आवागमन को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं, जिससे इस प्रकार के अपराधो में लिप्त व्यक्तियों को काफी मुश्किल हो रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही हैं. साथ ही बांग्लादेशी लोगों को उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सद्भावना के चलते उन्हें बॉर्डर गार्ड बंग्लादेश को सौंपा जा रहा है.
साभार-tv9hindi
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