मेरठ तिराहा पर 24 मीटर ऊंचाई से गुजरेगी रैपिड रेल

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गाजियाबाद दिल्ली-मेरठ-गाजियाबाद कारिडोर के लिए बनाए जा रहे स्टेशनों में से सबसे ऊंच

गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ-गाजियाबाद कारिडोर के लिए बनाए जा रहे स्टेशनों में से सबसे ऊंचा स्टेशन मेरठ तिराहा पर बनेगा। यहां जमीन से 24 मीटर की ऊंचाई पर रैपिड रेल दौड़ती हुए नजर आएगी। यहां पर मेट्रो स्टेशन और फ्लाईओवर बने होने के कारण एनसीआरटीसी ने 24 मीटर ऊंचाई पर रैपिड रेल के लिए ट्रैक बनाने का निर्णय लिया है। स्टेशन की संरचना की वास्तविक रूपरेखा नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (एनसीआरटीसी) द्वारा तैयार कर ली गई है।

स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए तीन दरवाजे होंगे, जिनमें से एक दरवाजा जीटी रोड पर मोहननगर से लालकुआं की तरफ और दो दरवाजे लालकुआं से मोहननगर की ओर जाने वाले रास्ते पर खुलेंगे। स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर और अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। स्वच्छ और हरित पर्यावरण की दिशा में योगदान करने का उद्देश्य लेकर बनाए जा रहे गाजियाबाद स्टेशन के लिए एनसीआरटीसी आइजीबीसी सर्टिफिकेट की उच्चतम रेटिग प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है।

गाजियाबाद स्टेशन मार्च 2023 में शुरू होने वाले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर के प्राथमिकता खंड के पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो का हिस्सा है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर का एलाइनमेंट दिल्ली के सराय काले खां से प्रारंभ होता है और गाजियाबाद स्टेशन से ठीक पहले दिल्ली मेट्रो वायडक्ट (रेड लाइन) के साथ-साथ मौजूदा सड़क के फ्लाईओवर को भी पार कर रहा है। इस स्टेशन का प्लेटफार्म जमीन से 24 मीटर ऊंचाई पर बनाया जा रहा है।

गाजियाबाद स्टेशन एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय संपर्क बिदु है और यह फेज- दो में आने वाले आरआरटीएस कारिडोर को भविष्य में यहां एकीकरण की सुविधा भी प्रदान करेगा।

जीटी रोड के दोनों तरफ स्टेशन पर प्रवेश और निकास की सुविधा से यात्रियों को आराम मिलेगा। आरामदायक आवाजाही के लिए आरआरटीएस स्टेशन को फुट ओवर ब्रिज से जोड़ा जाएगा जो कि एस्केलेटर और लिफ्ट की सुविधा से युक्त होगा ताकि बुजुर्गो और दिव्यांगों को सुविधा मिल सके। सुविधा -प्रत्येक प्लेटफार्म पर दो एस्केलेटर, तीन सीढि़यां और यात्रियों की सुविधा के लिए लिफ्ट होगी।

-यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी प्लेटफार्म पर आटोमेटिक प्लेटफार्म स्क्रीन डोर होंगे।

-आरआरटीएस स्टेशन की लिफ्ट में स्ट्रेचर लाने-ले जाने की जगह और क्षमता होगी

-स्टेशन की 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी हो सकेगी।

-स्टेशन की छत पर हरित ऊर्जा के उपयोग के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे। आरआरटीएस स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिसमें वास्तविक समय की जानकारी के लिए यात्री सूचना डिस्प्ले बोर्ड (आडियो-वीडियो) और आसपास के प्रमुख स्थानों को दर्शाने वाले सिस्टम मैप शामिल होंगे। टिकट वेंडिग मशीन (टीवीएम), सुरक्षा जांच, अग्निशामक प्रणाली, खुदरा दुकान, स्नैक वेंडिग मशीन और वाशरूम की सुविधा होगी।

एनसीआरटीसी के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि आरआरटीएस स्टेशन के अंदर और आसपास सुचारू और व्यवस्थित वाहनों की आवाजाही के लिए, ट्रैफिक इंटेग्रेशन डिजाइन किया जा रहा है ताकि सभी तरह की गाड़ियों के लिए अतिरिक्त जगह बन सके। भीड़भाड़ मुक्त यातायात सुनिश्चित करने के लिए डेडिकेटेड पिक-अप/ड्राप-आफ जोन भी बनाए जाएंगे। साभार-दैनिक जागरण

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