जॉब लगवाने के नाम पर हजारों लोगों से ठगी करने वाले गैंग के 2 बदमाशों को साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपित कौशांबी क्लाउड नाइन में फर्जी प्लेसमेंट कंपनी बनाकर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। ठगों के पास से 900 लोगों का डेटा, 10 मोबाइल फोन समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।
गाजियाबाद। नामी जॉब सर्च कंपनी से डेटा लेकर बैंक समेत विभिन्न सेक्टर में जॉब लगवाने के नाम पर हजारों लोगों से ठगी करने वाले गैंग के 2 बदमाशों को साइबर सेल ने गिरफ्तार किया है। आरोपित कौशांबी क्लाउड नाइन में फर्जी प्लेसमेंट कंपनी बनाकर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे। ठगों के पास से 900 लोगों का डेटा, 10 मोबाइल फोन समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।
साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि आरोपितों की पहचान शाहदरा के रहने वाले विकास और मेरठ के पारस के रूप में हुई है। गैंग सैकड़ों लोगों से 20 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुका है। दोनों के अलावा मास्टरमाइंड समेत 4 फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि गैंग ने ग्लोबल प्लेसमेंट एजेंसी नाम से फर्जी कंपनी बनाई हुई है। इसी को उन्होंने क्विकर पर रजिस्टर्ड किया हुआ है। ठग वहां से डेटा लेकर लोगों को कॉल कर क्विकर पर डाली डिटेल की बात कर विश्वास दिलवाते थे। इसके बाद ज्यादातर लोगों को बैंक में जॉब दिलवाने के नाम पर ठगी किया करते थे।
इस दौरान पीड़ित का ऑनलाइन एग्जाम तक होता था। हर स्टेप पर फीस ली जाती थी और जहां टारगेट सवाल करता था और नंबर बंद कर देते थे। पुलिस के अनुसार, यह गैंग नोएडा से 2018 में जेल गया था। वहां से बाहर आने के बाद उसने कौशांबी में कॉल सेंटर खोल ठगी करना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने कॉल के लिए कुछ युवकों को भी रखा हुआ था।
2 से 50 हजार रुपये तक की होती है ठगी
आरोपितों ने बताया कि ठगी की शुरुआत में प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 2 हजार रुपये लिए जाते थे। इसके बाद एग्जाम, इंटरव्यू और कमिशन के नाम पर ठगी की जाती थी। ठगों के जाल में फंसने वालों से 50 हजार रुपये तक ले लिए जाते थे। पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जानकारी कर रही है।साभार-नवभारत टाइम्स
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