फेसबुक पर आपको किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है। दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए आपने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। बातचीत के बाद वॉट्सएप नंबर एक्सचेंज हुआ और यहां से शुरू होती है बरबादी की कहानी। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि Facebook पर हर अनजान व्यक्ति किसी गुनाह के लिए आपसे हाथ मिला रहा हो लेकिन पिछले कई महीनों से मिल रही खबरें किसी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर जुड़ने से पहले सोचने को मजबूर कर रही हैं। दरअसल, आजकल साइबर ठग (Cyber thieves) लोगों से सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग (Sexual blackmailing) यानी सेक्सटॉर्शन (Sextortion) से वसूली कर रहे हैं।
जानिए क्या है सेक्सटॉर्शन? कैसे लोग हो रहे इसका शिकार?
वेबकैम, मोबाइल या वीडियो कॉल के जरिए किसी की सेक्स गतिविधियों या न्यूड तस्वीरों को रिकॉर्ड करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहते हैं। भारत में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवा, बिजनेसमैन, पॉलिटिक्स से जुड़े लोगों को आमतौर पर इस रैकेट का शिकार बनाया जाता है।
किसी के साथ भी हो सकता है यह हनी ट्रैप, हो जाइए सजग
इसमें हनी ट्रैप की तरह लोगों को अपना शिकार बनाया जाता है। सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए दोस्ती करते हैं, फिर धीरे-धीरे पर्सनल बातें भी होने लगती हैं। इसके बाद कैमरे के सामने कपड़े बदलने के लिए उकसाया जाता है। इस तरह के फ्रॉड (Social networking frauds) में महिला और पुरुष दोनों शामिल हो सकते हैं। कभी-कभी एक आरोपी एक व्यक्ति न होकर पूरी गैंग हो सकती है। गैंग में हैकर्स भी होते हैं। जो हैकिंग के जरिए ब्लैकमेलिंग करते हैं और अक्सर बड़े लोगों को फंसाते हैं।
ऐसी बेबसी की कानूनी कार्रवाई भी हो जाती है मुश्किल
ऐसे मामलों में बदनामी और शर्म की वजह से लोग पुलिस में इस फ्रॉड की शिकायत (Cyber crime complain) नहीं करते और ठगों की मांग पूरी कर देते हैं। बहुत ही कम लोग हैं जो इस बारे में शिकायत करते हैं। ज्यादातर लोगों ने इन ठगों को अच्छी खासी कीमत चुकाई है। इसमें मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु जैसे शहरों से कई लोग शामिल है।
चालबाज साइबर ठग अपनाते हैं ये घिनौने तरीके
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक फोरपिएक्स नाम के एक बॉटनेट है जो कि लोगों को हर घंटे 30 हजार ईमेल भेजता है। इस ईमेल के जरिए उनके सेक्स कंटेंट को लीक करने की धमकी देकर फिरौती की मांग की जाती है। ईमेल में धमकी दी जाती है कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो उनके वेबकैम से कैप्चर किए गए सेक्शुअल कंटेंट को लीक कर दिया जाएगा।
थ्रेटपोस्ट के अनुसार रिसर्चर्स का कहना है कि पांच महीनों के दौरान फोरपिएक्स कैंपेन के वॉलेट में लगभग 14 बिटक्वाइन ट्रांसफर हुए हैं जो कि लगभग 6.30 करोड़ रुपए के बराबर हैं। ये बॉटनेट इसलिए भी काफी खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि इसे यूजर का पासवर्ड भी पता होता है। इसलिए यह यूजर को उनका पासवर्ड बताकर डराता है।
बचाव के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान
किसी अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट न करें।
अगर आप किसी को नहीं जानते हैं तो उसके साथ वीडियो कॉल के माध्यम से न जुड़ें।
कभी भी ब्लैकमेलिंग करने वाले व्यक्ति को किसी तरह का भुगतान न करें।
ऐसे किसी भी मामले में तुरंत ही साइबर पुलिस के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। साभार-दी लॉजिकली
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