- स्वास्थ्य राज्य मंत्री के फोन को भी तवज्जो नहीं देते हैं अस्पताल कर्मी।
- सीएमओ ने अवैध वसूली के मामले में दिए जांच के आदेश।
गाजियाबाद। जिला एमएमजी अस्पताल में कुत्ते और बंदर के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन का इंजेक्शन लगाने के नाम पर खूब अवैध उगाही हो रही है। हालात यह है कि प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री के कहने तक पर इंजेक्शन नहीं लग रहा। जबकि 200 से ₹500 देकर विभाग के कर्मचारी इंजेक्शन लगा रहे हैं। इसी मामले में सीएमओ डॉ एनके गुप्ता से लिखित शिकायत की गई है। जबकि वह सिर्फ मामले की जांच कराने का आश्वासन दे रहे हैं।
दरअसल जिला अस्पताल में जिस कक्ष में कुत्ते और बंदर के काटने के इंजेक्शन लगते हैं। उसके बाहर ही पिछले 1 सप्ताह से लिखा हुआ है कि एंटी रैबीज इंजेक्शन समाप्त हो गए हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि इंजेक्शन आने पर लगाए जाएंगे दूसरी तरफ कैला भट्टा में रहने वाले एक व्यक्ति के पुत्र को बंदर ने काट खाया जब वह जिला अस्पताल पहुंचा तो उसे बताया गया कि एंटी रैबीज इंजेक्शन समाप्त हो गए हैं। उसने इस मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग से सीएमएस डॉ अनुराग भार्गव को करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। लेकिन पीड़ित उस समय आश्चर्यचकित रह गया कि अस्पताल के स्टाफ ने ही मात्र कुछ रुपए लेकर कमरा नंबर 8 में बच्चे को ले जाकर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाया। बल्कि आगे भी इस तरह पैसे देकर इंजेक्शन लगाने की सलाह दी । आरोप है कि जिला एमएमजी अस्पताल में दूसरी सेवाओं के साथ एंटी रेबीज इंजेक्शन के नाम पर भी अवैध वसूली हो रही है।साभार-निवाण टाइम्स
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