STF की पूछताछ में गजेंद्र का दावा: उसके अलावा नोएडा व एनसीआर में डी कंपनी के 50 से ज्यादा गुर्गे व् गैंगस्टर सक्रिय है

अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम और खान मुबारक के बेहद करीबी माने जाने वाले गैंगस्टर गजेंद्र सिंह ने एसटीएफ की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। गजेंद्र का दावा है कि उसके अलावा नोएडा व एनसीआर में डी कंपनी के 50 से ज्यादा गुर्गे सक्रिय है। इनमें से कोई नोएडा में है तो कोई दिल्ली में अबू सलेम के नाम पर रंगदारी का धंधा कर रहा है। एसटीएफ ने एनसीआर में सक्रिय अधिकतर गैंगस्टर लोकेशन खंगालना शुरू कर दिया है। एसटीएफ जल्द ही डी कंपनी के गैंगस्टरों पर शिकंजा कसेगी।

एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने बुधवार देर रात सेक्टर-20 से गैंगस्टर अबू सलेम व खान मुबारक के दाहिने हाथ कहे जाने वाले बदमाश गजेंद्र सिंह को उसके साथी संजय शर्मा के साथ गिरफ्तार किया था। बदमाश गजेंद्र ने खुलासा किया था कि वह डी कंपनी का पैसा नोएडा और एनसीआर की प्रॉपर्टी में लगाता है। अब एसटीएफ की जांच में सामने आया है कि गजेंद्र व संजय शर्मा के अलावा एनसीआर में डी कंपनी के 50 से ज्यादा गुर्गे सक्रिय हैं। सभी सक्रिय बदमाश अबू सलेम, खान मुबारक सहित डी कंपनी से जुड़े अन्य बड़े गैंगस्टर के लिए काम करते हैं। एसटीएफ जल्द ही डी कंपनी से जुड़े गैंग का पर्दाफाश करेगी। इसको लेकर कई संदिग्ध बिल्डर से भी पूछताछ करने की तैयारी की गई है। अभी बिल्डर के मोबाइल नंबर की डिटेल खंगाली जाएगी, ताकि पता चला सके कि वह डी कंपनी के बदमाशों के संपर्क में है या नहीं।

कई संदिग्धों के नाम व पते की जानकारी मिली 

पूछताछ के दौरान गजेंद्र ने एनसीआर में सक्रिय डी कंपनी के कई संदिग्धों के नाम व पते मुहैया कराए है। हालांकि एसटीएफ अपने स्तर पर जांच करने के बाद संबंधित संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी करेगी। आशंका है कि गजेंद्र पूछताछ के दौरान पुलिस को गुमराह भी कर सकता है। अभी तक सामने आए अधिकतर संदिग्ध दिल्ली व नोएडा में रहते हैं। इसके अलावा कई के ठिकाने गुरुग्राम में भी है। एसटीएफ की अलग अलग टीमों को संदिग्धों के ठिकानों पर भेजा गया है।

कोई वसूली करता है तो कोई प्रोपर्टी पर कब्जा 

डी कंपनी से जुड़े गैंगस्टर डी कंपनी के नाम पर एनसीआर में अवैध वसूली और जबरन प्रॉपर्टी पर कब्जा करते हैं। यदि कोई पीड़ित पुलिस को शिकायत देने और अपने पैसे वापस मांगता है तो उसकी सुपारी दे दी जाती है। दिल्ली के एक व्यापारी द्वारा अपने पैसे वापस मांगने पर गैंगस्टर गजेंद्र ने सुपारी देकर गोलियां चलवाई थीं, हालांकि व्यापारी की जान बच गई थी।  इसके अलावा शहर के बड़े कारोबारी को सुरक्षा देने के नाम पर भी बदमाश उससे मोटी रकम वसूलते हैं। यदि वह पैसा नहीं देता तो स्थानीय बदमाशों से हमला करवा देते हैं।

एनसीआर में सक्रिय हुए एसटीएफ के मुखबिर 

बदमाशों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए एसटीएफ ने एनसीआर में अपने मुखबिरों को सक्रिय कर दिया है ताकि उनकी सूचना के आधार पर बदमाशों को गिरफ्तार किया जा सके। इसके अलावा एसटीएफ गोपनीय तरीके से अलग-अलग जगह छापेमारी कर रही है। एसटीएफ की कई टीमों को एनसीआर में संदिग्धों के अलग-अलग ठिकानों पर भेजा गया है। साथ ही बदमाशों की लोकेशन को ट्रेस करने का प्रयास भी किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द गैंग का पर्दाफाश किया जा सके।

स्थानीय गैंग से भी जुड़े डी कंपनी के गुर्गे

जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि डी कंपनी के गुर्गे नोएडा, एनसीआर के स्थानीय गैंग से भी जुड़े हैं। गुर्गे स्थानीय बदमाशों की मदद से पीड़ितों को धमकाते हैं। इससे पुलिस गुमराह होती है। पुलिस सिर्फ स्थानीय बदमाश पर ही कार्रवाई करती है, जबकि डी कंपनी के गुर्गों के बारे में पता नहीं चलता। बदमाश गजेंद्र सिंह के भी गैंगस्टर सुंदर भाटी के साथ संपर्क सामने आए थे। वह दिल्ली में सुंदर भाटी से कई बार मिला था।

गजेंद्र के बैंक खाते खंगालेगी पुलिस 

मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस अब गजेंद्र के बैंक खातों को खंगालेगी ताकि यह पता चल सके कि उसके पास अबू सलेम, खान मुबारक सहित डी कंपनी के कितने लोगों का पैसा आया। इसके बाद उसने सारे पैसे को किसके पास ट्रांसफर किया। गजेंद्र ने फर्जी पैन कार्ड के माध्यम से कई बैंक खाते खुलवा रखे हैं। पुलिस को आशंका है कि डी कंपनी का मोटा पैसा उसके खाते में है।

साभार : livehindustan

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