आश्चर्य किन्तु सत्य – जीडीए के बाबू नहीं काम कर सकते अँग्रेजी में, ऑनलाइन मैप अप्रूवल में हो रही है परेशानी

गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण ने प्रदेश शासन से ऑनलाइन बिल्डिग मैप अप्रूवल सॉफ्टवेयर में हिन्दी में काम करने की सुविधा है। इसके अलावा जीडीए ने आवास विभाग को सॉफ्टवेयर में संशोधन के लिए 14 अन्य सुझाव भेजे हैं। जीडीए अधिकारियों का कहना है प्राधिकरण के बाबू और कंप्यूटर ऑपरेटर हिदी से अंग्रेजी अनुवाद करना नहीं जानते। फाइलों पर हो रही नोटिंग भी हिन्दी में है। ऐसे में सॉफ्टवेयर पर अंग्रेजी में काम करना संभव नहीं हो पा रहा है।

आपको बता दें कि पिछले पांच महीने से भवनों के नक्शे ऑनलाइन बिल्डिग मैप अप्रूवल सॉफ्टवेयर से स्वीकृत हो रहे हैं। सॉफ्टवेयर फीड हुए बायलॉज पर नक्शे को परखता है। फिर उसे स्वीकृत या अस्वीकृत करता है। जीडीए में समस्या सामने आई है कि कई सही नक्शे अस्वीकृत कर दिए गए और गलत नक्शों को स्वीकृत दे दी गई। पड़ताल करने पर मालूम हुआ सॉफ्टवेयर में बायलॉज के कई हिस्से फीड नहीं किए गए हैं। इसकी वजह से समस्या आ रही है। यह सॉफ्टवेयर केवल अंग्रेजी भाषा को समझता है। ऐसे में जीडीए के नियोजन विभाग से जुड़े कर्मचारियों के सामने अंग्रेजी भाषा का पेंच फंस रहा है। इस वजह से जीडीए के चीफ आर्किटेक्ट एंड टाउन प्लानर (सीएटीपी) आशीष शिवपुरी ने आवास विभाग को सॉफ्टवेयर में बदलाव के लिए 15 सुझाव भेजे हैं। उसमें हिदी भाषा में कार्य का प्रावधान कराने की मांग की है।

आवास विभाग को भेजे गए सुझावों में बताया है कि एकल यूनिट के नक्शे में एक से ज्यादा किचन दर्शाने पर भी सॉफ्टवेयर नक्शा स्वीकृत कर रहा है। इस खामी को दूर कराने के लिए कहा गया है। कॉर्नर के भूखंड पर साइड सेटबैक का प्रावधान सॉफ्टवेयर में कराने का सुझाव दिया है। हाईटेक और इंटीग्रेटेड टाउनशिप में 65 प्रतिशत भूमि पर निर्माण की इजाजत है, लेकिन मैप अप्रूवल सॉफ्टवेयर में इसका समावेश नहीं किया गया है। इस प्रावधान का समावेश करने के लिए कहा गया है।

जीडीए के सीएटीपी ने आवास विभाग को बताया है कि साफ्टवेयर से कई ऐसे नक्शे प्राप्त हो रहे हैं जिसमें भूखंड संख्या, स्थान और भू-स्वामी का नाम समेत कई अन्य विवरण नहीं आ रहे हैं। इस खामी को दूर करने की गुजारिश की गई है। सॉफ्टवेयर में प्रति तल (फ्लोर) क्षेत्रफल का विस्तृत चार्ट और रियर सेटबैक में 40 प्रतिशत चौड़ाई पर प्रस्तावित निर्माण का परीक्षण करने का प्रावधान किए जाने की मांग की गई है।
सीएटीपी, जीडीएजीडीए आशीष तिवारी ने बताया कि प्राधिकरण के बाबू और कंप्यूटर ऑपरेटर हिदी से अंग्रेजी अनुवाद करना नहीं जानते। ऐसे में उन्हें मैप अप्रूवल साफ्टवेयर पर काम करने में दिक्कत होती है। इस कारण सॉफ्टवेयर में हिदी में कार्य करने का प्रावधान कराने की मांग की गई है। कुल 14 सुझाव शासन को भेजे गए हैं।


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