गाज़ियाबाद। डीएम ने प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रतिबंध के बावजूद डीजल के बड़े-बड़े जनरेटर चलाने और निर्माण कार्य करने पर बुधवार को पैसिफिक मॉल पर 26 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जनरेटर का प्रयोग करने और शांति व्यवस्था भंग करने के मामले में मॉल के एजीएम व दो मैनेजर के खिलाफ धारा-151 के तहत कार्रवाई की है। प्रशासन अब मॉल मालिकों पर कार्रवाई के लिए विधिक सलाह ले रहा है। इसके अलावा नंदग्राम में मिट्टी खुदाई का काम बंद कराकर एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया।
डीएम अजय शंकर पांडेय को बुधवार दोपहर व्हाट्सएप पर मैसेज मिला। इसमें कौशांबी स्थित पैसिफिक मॉल में प्रतिबंध के बावजूद 1250 केवीए के पांच डीजल जनरेटरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। डीएम ने अपर नगर मजिस्ट्रेट-तृतीय और पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी को जांच के लिए भेजा। जांच में जनरेटरों का इस्तेमाल होने की पुष्टि हुई। इस पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने मॉल पर 25 लाख रुपये और निर्माण कार्य किए जाने पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।
प्रतिबंध के बावजूद जनरेटर चलाए जाने और शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में उन्होंने पैसिफिक मॉल के एजीएम रूपेश कुमार श्रीवास्तव, मैनेजर वरुण सक्सेना व अरुण कुमार के खिलाफ धारा-151 में कार्रवाई कराई। डीएम ने दूसरी जांच टीम नंदग्राम से मिली मिट्टी खुदाई की शिकायत की जांच करने भेजी। एसडीएम सदर व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने मिट्टी खुदाई का कार्य बंद कराया और काम कराने वाले पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया। टीम ने मौके से एक जेसीबी मशीन व तीन खाली ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की।
सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन एक प्रकरण में बीती 15 नवंबर को जारी आदेश में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वाहनों में अनाधिकृत रूप से ईंधन में केरोसिन मिलाकर प्रयोग किए जाने का जिक्र किया है। इससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। इसको लेकर डीएम ने जिला स्तर पर औचक निरीक्षण के लिए पुलिस, आरटीओ, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला पूर्ति विभाग की टीम को 23 नवंबर तक अभियान चलाकर व्यावसायिक वाहनों की जांच के निर्देश दिए हैं। बुधवार को पहले दिन इन विभागों ने शास्त्रीनगर, गोविंदपुरम, डासना व मसूरी क्षेत्रों में 34 वाहनों और पांच पेट्रोल पंप की जांच की।
डीएम अजय शंकर पांडेय ने बुधवार को जीडीए, नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, समेत सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक की। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरएम ने वायु प्रदूषण के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र साहिबाबाद, हिंडन विहार, कोयल एंकलेव, लोनी, सिद्धार्थ विहार, कौशांबी व अन्य क्षेत्रों के बारे में अवगत कराया। डीएम ने जीडीए, नगर निगम और आविप के अधिकारियों को इन क्षेत्रों में प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती कर प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी तय की जाए।
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