गाजियाबाद। साहिबाबाद थानाक्षेत्र के गरिमा गार्डन कॉलोनी में गत 6 अक्तूबर की रात हुई अख्तर अली (50) की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। एसपी सिटी मनीष मिश्र ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि अख्तर की हत्या उसके बेटे मुजम्मिल ने ही दो साथियों के साथ मिलकर कुल्हाड़ी, चाकूव दरांती से की थी। आरोपी के मुताबिक पिता की अय्याशी व सट्टेबाजी से पूरा परिवार परेशान था। तमाम प्रॉपर्टी बेचने के बाद वह फिर से एक प्लॉट बेचने वाला था। इसीलिए उसे मौत के घाट उतारा।
गौरतलब है कि गरिमा गार्डन निवासी अख्तर पर 6 अक्तूबर की रात को धारदार हथियारों से हमला किया गया था। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उक्त मामले में अख्तर के भाई सलीम ने अज्ञात लोगों पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया था। 10 अक्तूबर को वसुंधरा के क्लियर मेडी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान अख्तर ने दम तोड़ दिया था। एसपी सिटी ने बताया कि जांच में अख्तर के बेटे मुजम्मिल द्वारा ही हत्या करने की बात सामने आई। देर रात मुजम्मिल को दबोच लिया गया। उसने घटना में शामिल सुंदर व नईम खान उर्फ अब्बास निवासीगण पसौंडा के नाम बताए, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी मुजम्मिल का कहना है कि उसके पिता अख्तर की तमाम बुरी आदतें थीं। सट्टेबाजी व अय्याशी में उसने काफी संपत्ति बेच दी थी। अब वह एक और प्लॉट बेचने की बात कह रहा था। अगर उसे न मारता तो वह सब कुछ बेच देता। मुजम्मिल ने कहा कि उसे पिता की हत्या का जरा भी अफसोस नहीं है।
मुजम्मिल का कहना है कि प्लॉट बेचने का परिवार के सभी लोगों ने विरोध किया था। लेकिन पिता ने किसी की नहीं मानी। बाद में पिता ने यह कह दिया था कि जब वह अपने बाप की नहीं सुनता तो उनकी क्या औकात है। जब लगा कि पिता नहीं मानने वाले तो उसे मारना पड़ा।
एसपी सिटी ने बताया कि सुंदर मुजम्मिल का दोस्त है। दोस्ती के नाते सुंदर हत्या की घटना में शामिल हुआ था। वहीं, नईम ने अपनी बाइक गिरवी रखी हुई थी। बाइक छुड़ाने के लिए उसे पैसों की जरूरत थी। मुजम्मिल ने गिरवी बाइक छुड़ाने का लालच दिया था। कुल्हाड़ी, चाकूव दरांती से हमले के बाद अख्तर अचेत हो गया था। उसे मरा समझकर तीनों आरोपी फरार हो गए थे।
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