पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणव मुखर्जी को “भारत रत्न” से विभूषित, सम्मान समारोह से गायब रहा गांधी परिवार

राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज पूर्व राष्ट्रपति डॉ. प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया। इसके अलावा नाना जी देशमुख और डॉ. भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) को भी देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया। इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीन हस्तियों को देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की घोषणा की थी।

प्रणब मुखर्जी ने प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न सम्मान मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उन्हें बधाई दी। वहीं, भूपने हजारिका के बदले उनके बेटे तेज हजारिका ने भारत रत्न सम्मान प्राप्त किया। इसी तरह नानाजी देशमुख के भारत रत्न सम्मान को उनके बेटे वीरेंद्रजीत सिंह ने रिसीव किया। सम्मान समारोह में निवर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की अनुपस्थिति लोगों की जिज्ञासा का कारण बनी रही।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बात करें तो उनका अनुभव हर क्षेत्र में रहा है। प्रणब मुखर्जी ने देश का वित्त, रक्षा, विधि, वाणिज्य सभी मंत्रालय संभाला है। वहीं, वे साल 2012 से लेकर 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे। इसके अलावा नानाजी देशमुख एक समर्पित समाजसेवी थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाजसेवा के लिए समर्पित कर दिया था। ग्रामीण विकास में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मशहूर लोक गायक भूपेन हजारिका असम से ताल्लुक रखते हैं। 8 सितंबर 1926 में भारत के पूर्वोत्तर असम राज्य के सदिया में जन्मे हजारिका ने अपना पहला गाना 10 साल की उम्र में गाया था।

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