सोनभद्र हत्याकांड को लेकर जबर्दस्त राजनीति हो रही है। शनिवार को पीड़ित परिवार प्रियंका गांधी वाड्रा से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचा। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि प्रशासन लोगों को मिलने से रोक रहा है। इसके बाद प्रियंका गेस्ट हाउस में ही धरने पर बैठ गईं।
वहीं, प्रशासन की तरफ से कहा गया कि पीड़ित परिवार के लोगों को उनकी तरफ से ही लाया गया। इससे पहले प्रियंका ने कहा था कि जब तक पीड़ितों से मिलने नहीं दिया जाएगा, मैं वापस नहीं जाऊंगी। प्रियंका पीड़ितों से मिलने जाना चाहती थीं, मगर पुलिस और प्रशासन ने उन्हें शुक्रवार को मिर्जापुर के नारायणपुर गांव में ही रोक लिया था। बाद में प्रियंका को चुनार गेस्ट हाउस ले जाया गया।
शनिवार को प्रियंका ने कहा- गेस्ट हाउस में मुझे 24 घंटे हो गए हैं। क्या उनका (सरकार) का एक भी आदमी सोनभद्र आया। मैं प्रशासन से यही कहना चाहती हूं वे जहां चाहें (सोनभद्र या वाराणसी) पीड़ितों के परिजन से मुलाकात करवाएं। पीड़ितों से मिले बिना मैं नहीं जाऊंगी। प्रियंका ने पुलिस से पूछा- आखिर रोक क्यों रहे है। कोई तो वजह होनी चाहिए। कोई दस्तावेज दिखाइए। पुलिस ने कहा- पता करते हैं।
गौरतलब है कि, बुधवार को सोनभद्र में गांव के मुखिया और उसके समर्थकों ने आदिवासियों की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया था। विरोध करने पर 10 आदिवासियों को मार दिया गया। यह मामला घोरवाल जिले में यह 90 बीघा विवादित जमीन का था।