देश में टीबी रोग को समाप्त करने के लिए बड़ी तेजी से कार्य हो रहा है। हाल में अब स्वदेशी ट्रू नेट मशीन से मरीजों की जांच होगी। शासन स्तर से ग्यारह मशीन जिला क्षय रोग विभाग के लिए स्वीकृत कर दी गई है। इसके बाद जिला क्षय रोग विभाग टीबी मरीजों के सैंपल की जांच ट्रू नेट मशीन से भी करेगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. जेपी श्रीवास्तव ने बताया कि देश को टीबी बीमारी से मुक्त करने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे है। मरीजों को दवा से लेकर उसकी जांच में कोई परेशानी नहीं हो इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। जहां अब टीबी जांच के लिए ट्रू नेट मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। जल्द ही शासन से 11 नई ट्रू नेट मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। वर्तमान में सीबीनेट मशीन से टीबी की जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि, वर्तमान में जिला क्षय रोग विभाग को चार सीबीनेट मशीन मिली हुई है। इन मशीनों से जिला क्षय कार्यालय की ओपीडी में, लोनी स्वास्थ्य केंद्र, संयुक्त अस्पताल और मुरादनगर स्वास्थ्य केंद्र में इन्हें रखा गया है। इन चार मशीनों से मरीजों के सैंपल की जांच की जाती है। सीबीनेट मशीन की लागत लगभग 27 लाख रुपये है। यह विदेश से मंगानी पड़ती है। जबकि ट्रू नेट मशीन स्वदेशी है। इसकी लागत मात्र 2 लाख रुपये आ रही है। दोनों ही मशीनें दो घंटे के अंतराल में रिपोर्ट देती है।
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