केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को एक अहम बयान देते हुए समाज में समानता और निष्पक्षता पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले आयोजित ‘लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर महिला सम्मान’ समारोह में उन्होंने कहा कि हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए, जहां किसी को भी लिंग, जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव का सामना न करना पड़े। इस समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
समानता पर गडकरी का संदेश
नितिन गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज को व्यक्तियों की प्रतिभा और योगदान के आधार पर परखना चाहिए, न कि उनकी जाति, धर्म या सामाजिक स्थिति के आधार पर। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि समय बदल चुका है और महिलाओं को अपने लिंग के कारण सीमित महसूस नहीं करना चाहिए। गडकरी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों में 75 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं, जो यह दर्शाता है कि जहां योग्यता है, वहां महिलाएं आगे बढ़ रही हैं।
महिला सशक्तिकरण के प्रयास
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर महिला सम्मान पुरस्कारों की स्थापना मुंबई स्थित कमला अंकीबाई घमंडीराम गोवानी ट्रस्ट ने की है। इस कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर केंद्रीय शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में हरियाणा में हुई प्रगति का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना ने राज्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में मदद की है। हरियाणा में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने 30 महिला पुलिस थानों की स्थापना की, जिनका प्रबंधन महिला अधिकारियों के हाथों में है। इन थानों के माध्यम से महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज कराने में अधिक सुविधा और सुरक्षा मिली है।
सड़क सुरक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार पर गडकरी का फोकस
नई दिल्ली में आयोजित ‘ग्लोबल रोड इंफ्राटेक समिट और एक्सपो’ (जीआरआईएस) में भी नितिन गडकरी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने ‘विजन जीरो: सस्टेनेबल इंफ्राटेक और सुरक्षित सड़कों के लिए नीति’ विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण खराब सिविल इंजीनियरिंग, अनुचित सड़क डिजाइन और गलत यातायात संकेत हैं। गडकरी ने सुझाव दिया कि स्पेन, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड जैसे देशों की नीतियों को अपनाकर भारत में सड़क सुरक्षा को बेहतर किया जा सकता है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बेहतर सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
नितिन गडकरी के ये विचार समाज में समानता, महिला सशक्तिकरण और सड़क सुरक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उनका मानना है कि यदि समाज में भेदभाव खत्म किया जाए और योग्यता को महत्व दिया जाए, तो देश तेजी से प्रगति करेगा। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हमें वैश्विक मानकों को अपनाना होगा। उनके ये विचार न केवल नीति निर्धारण में सहायक होंगे, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
Discussion about this post