भारतीय वायु सेना (IAF) में महिलाओं की भूमिका समय के साथ काफी महत्वपूर्ण हो गई है। पहले महिलाएं केवल चिकित्सा सेवाओं तक ही सीमित थीं, लेकिन 1992 में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत उन्हें अन्य शाखाओं में भी भर्ती किया गया। 2015 में एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए भारत सरकार ने महिलाओं को फाइटर पायलट के रूप में भी शामिल किया, जिससे भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया जहां महिलाएं युद्धक विमान उड़ा सकती हैं। इस ऐतिहासिक पहल के तहत स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह ने तेजस लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
मोहना सिंह: एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
मोहना सिंह भारतीय वायु सेना में स्क्वाड्रन लीडर के पद पर कार्यरत हैं और तेजस लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट हैं। उन्हें गुजरात के नलिया स्थित नंबर 18 फ्लाइंग बुलेट्स स्क्वाड्रन सौंपा गया है। उनकी यह उपलब्धि भारतीय वायु सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी और सशक्तिकरण का प्रतीक है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह का जन्म 22 फरवरी 1992 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में हुआ था। उनके पिता, प्रताप सिंह, भारतीय वायु सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जबकि उनकी मां, मंजू सिंह, एक शिक्षिका हैं। उनके परिवार में देश सेवा की भावना गहराई से जुड़ी हुई है, जिसने मोहना को भी भारतीय वायु सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
मोहना सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली स्थित एयरफोर्स स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने पंजाब के अमृतसर में ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि और तकनीकी दक्षता ने उन्हें एक कुशल फाइटर पायलट बनने में मदद की।
भारतीय वायु सेना में करियर
2015 में जब सरकार ने महिलाओं के लिए फाइटर स्ट्रीम को खोला, तो 2016 में मोहना सिंह भारतीय वायु सेना में शामिल हुईं। वह अवनी चतुर्वेदी और भावना कंठ के साथ भारतीय वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलटों के बैच में शामिल हुईं।
अपने शुरुआती दिनों में, मोहना राजस्थान के नाल स्थित नंबर 3 फाइटर स्क्वाड्रन का हिस्सा थीं। इस दौरान उन्होंने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान उड़ाने का प्रशिक्षण लिया। मिग-21 उड़ाने के बाद उन्हें स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस को उड़ाने का अवसर मिला। अपनी कड़ी मेहनत और अद्वितीय कौशल के चलते उन्होंने इस उपलब्धि को हासिल किया और तेजस उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन गईं।
सम्मान और उपलब्धियां
मोहना सिंह की उल्लेखनीय उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें 2020 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भारत में महिलाओं की उपलब्धियों और उनके असाधारण योगदान को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है। यह सम्मान न केवल उनके लिए, बल्कि भारतीय वायु सेना में सेवा कर रही अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणादायक है।
स्क्वाड्रन लीडर मोहना सिंह न केवल भारतीय वायु सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की प्रतीक हैं, बल्कि उन्होंने यह भी सिद्ध किया है कि इच्छाशक्ति और समर्पण के बल पर महिलाएं किसी भी क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकती हैं। उनकी उपलब्धियां भारतीय युवाओं, विशेष रूप से लड़कियों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उनका सफर हमें यह सिखाता है कि मेहनत, लगन और साहस से हर सपना साकार किया जा सकता है।
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