महाराष्ट्र के भंडारा जिले के जवाहर नगर स्थित आयुध कारखाने में शुक्रवार सुबह कई विस्फोट होने से बड़ा हादसा हो गया। यह घटना सुबह करीब 10:30 बजे फैक्ट्री के एलटीपी सेक्शन में हुई, जहां कुल 14 कर्मचारी काम कर रहे थे। हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन को जिंदा बाहर निकाला गया है। शेष 7 कर्मचारियों के लिए राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी नागपुर के पीआरओ डिफेंस के मुताबिक, जीवित बचे लोगों की तलाश में बचाव और चिकित्सा दल तैनात हैं। हादसे के बाद दमकल और एंबुलेंस को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों की मदद ली जा रही है।
जिला कलेक्टर संजय कोल्टे ने बताया कि विस्फोट के कारण फैक्ट्री की छत ढह गई, जिससे मलबा कर्मचारियों पर गिरा। राहत दल मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे के पीछे के कारणों की जांच जारी है।
हादसे का दायरा कारखाने के एलटीपी सेक्शन में काम कर रहे 14 कर्मचारियों में से तीन को जिंदा बचा लिया गया है, जबकि पांच की मौत हो गई है। शेष सात कर्मचारियों को बचाने के लिए बचाव दल जुटे हुए हैं। घटना के कारण आसपास के क्षेत्रों में भी दहशत फैल गई है।
प्रशासन की तत्परता भंडारा के जिला प्रशासन ने तेजी से बचाव कार्य शुरू किया है। दमकल और एंबुलेंस के साथ विशेषज्ञ टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया। साथ ही, स्थानीय प्रशासन रक्षा बलों के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है।
मुख्यमंत्री की संवेदना इस हादसे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “भंडारा के आयुध कारखाने में हुए विस्फोट में जान गंवाने वालों को मेरी श्रद्धांजलि। घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। जिला प्रशासन और बचाव दल पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।”
आयुध कारखानों में सुरक्षा पर सवाल यह हादसा एक बार फिर आयुध कारखानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। विस्फोट जैसे गंभीर मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सरकार और रक्षा विभाग को सुरक्षा उपायों को मजबूत करना होगा।
भंडारा का यह हादसा न केवल जान-माल की क्षति का कारण बना है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्थाओं की खामियों को उजागर करता है। प्रशासन से उम्मीद है कि इस घटना की गहन जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। जान गंवाने वालों को भावभीनी श्रद्धांजलि और मलबे में फंसे लोगों के सुरक्षित बचाव की कामना करते हुए, इस हादसे के घाव लंबे समय तक याद रखे जाएंगे।
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