पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान के करीब एक सक्रिय पश्चिम विक्षोभ और ईरान के पास बने एक अन्य पश्चिम विक्षोभ के कारण यह स्थिति बनी हुई है। साथ ही, राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के पास साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है, जो मौसम को और प्रभावित कर रहा है।
हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी
पश्चिम हिमालय क्षेत्र में 23 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा।
मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना
22 और 23 जनवरी को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों, जैसे पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में कोहरे और बारिश का असर
घने कोहरे की संभावना
20 जनवरी को असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई हिस्सों में घने कोहरे की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी घना कोहरा रहेगा।
दक्षिण भारत में बारिश
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। 21 जनवरी को भी पूर्वोत्तर राज्यों में घना कोहरा रहेगा।
बिजली गिरने और बारिश का अलर्ट
22 जनवरी को हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है। 23 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ठंडे दिन (कोल्ड डे) की चेतावनी जारी की गई है।
पिछले 24 घंटे का मौसम
सबसे कम तापमान: पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
घना कोहरा: उत्तर प्रदेश, पश्चिम राजस्थान, पंजाब और पश्चिम मध्य प्रदेश में दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही।
दक्षिण भारत में बारिश: तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश दर्ज की गई।
दृश्यता की स्थिति
उत्तराखंड, हरियाणा, पूर्वी मध्य प्रदेश, मेघालय, मणिपुर, बिहार और ओडिशा में घने कोहरे के कारण दृश्यता 50 से 199 मीटर के बीच रही।
आगामी मौसम पूर्वानुमान
उत्तर-पश्चिम भारत: अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस का इजाफा होगा। इसके बाद तापमान स्थिर रहेगा।
मध्य भारत: अगले दो दिनों में कोई खास बदलाव नहीं होगा। इसके बाद न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी।
महाराष्ट्र और गोवा: अगले 48 घंटों तक न्यूनतम तापमान स्थिर रहेगा। इसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस का इजाफा होगा।
पश्चिम, पूर्वी भारत और गुजरात: अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा।
देशभर में पश्चिम विक्षोभ के चलते अलग-अलग स्थानों पर मौसम के विविध रूप देखने को मिल रहे हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। साथ ही, घने कोहरे और बिजली गिरने की घटनाओं को लेकर सतर्क रहना जरूरी है। मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनियों के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में हल्का बदलाव और बारिश के दौर जारी रह सकते हैं।
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