मणिपुर:- चुराचांदपुर जिले में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश कर इसे विफल कर दिया है। मंगलवार, 24 दिसंबर 2024 को, भारतीय सेना, असम राइफल्स, और मणिपुर पुलिस के संयुक्त अभियान में इंफाल-चुराचांदपुर मार्ग पर एक पुल के नीचे से 3.6 किलोग्राम विस्फोटक, डेटोनेटर और अन्य घातक सामग्री बरामद की गई। खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, उग्रवादी एक बड़े धमाके की साजिश रच रहे थे।
खुफिया सूचना पर त्वरित कार्रवाई लीसांग गांव में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) की मौजूदगी की विशेष जानकारी मिलने पर असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने स्पीयर कोर के नेतृत्व में एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान, पुल के नीचे विस्फोटक सामग्री और डेटोनेटर सहित अन्य घातक उपकरण बरामद किए गए। भारतीय सेना के स्पीयर कोर ने सोशल मीडिया पर इस सफलता की जानकारी साझा की।
पहले भी हुई बड़ी बरामदगी 22 दिसंबर को, सुरक्षा बलों ने मणिपुर के चुराचांदपुर, कांगपोकपी और बिष्णुपुर जिलों में तलाशी अभियान चलाकर बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए। इस अभियान के दौरान: 21.5 किलोग्राम वजन के पांच IED मिले। स्नाइपर राइफल, स्वचालित हथियार, पिस्तौल, देशी मोर्टार, ग्रेनेड, गोला-बारूद और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई।
सुरक्षा बलों की सतर्कता मफिटेल रिज क्षेत्र में आईईडी की मौजूदगी की खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए सेना के विस्फोटक खोजी दस्ते और प्रशिक्षित खोजी कुत्ते ईवा ने विस्फोटक सामग्री का पता लगाने में अहम भूमिका निभाई। इस अभियान में बम निरोधक दस्ते ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मणिपुर में शांति और सुरक्षा के प्रयास इस तरह की कार्रवाइयों से यह स्पष्ट होता है कि सुरक्षा बल उग्रवादी गतिविधियों पर सख्त निगरानी बनाए हुए हैं। नियमित तलाशी अभियानों और खुफिया जानकारी के आधार पर की गई कार्रवाई ने न केवल संभावित खतरे को रोका, बल्कि मणिपुर में शांति बनाए रखने की दिशा में अहम कदम उठाया।
मणिपुर में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार निगरानी और प्रभावी कार्रवाई से उग्रवादियों की साजिशें विफल हो रही हैं। इन अभियानों से न केवल सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच भी सुरक्षा का विश्वास मजबूत हुआ है।
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