लोनी:- गाजियाबाद की प्रशांत विहार कॉलोनी में शनिवार रात हुए हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। मच्छर भगाने की अगरबत्ती से लगी आग में नीरज कुमार के दो बेटे अरुण (16) और वंशु (14) की जलकर मौत हो गई। हादसे ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया बल्कि आग से बचाव और सुरक्षा के प्रति जागरूकता की जरूरत को भी उजागर किया।
घटना का विवरण नीरज कुमार, जो मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं, अपने परिवार के साथ प्रशांत विहार कॉलोनी में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा कौशल दिल्ली मेट्रो में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है और हादसे के समय ड्यूटी पर था। शनिवार रात को परिवार ने साथ में भोजन किया। इसके बाद नीरज और उनकी पत्नी संतोष देवी घर के बाहर वाले कमरे में सोने चले गए, जबकि अरुण और वंशु अंदर वाले कमरे में सो रहे थे।
रात करीब 2:30 बजे नीरज कुमार की आंखें धुएं और जलने की गंध से खुलीं। उन्होंने देखा कि बच्चों के कमरे से आग और धुआं निकल रहा है। दोनों ने किसी तरह घर से बाहर निकलकर शोर मचाया और आसपास के लोगों को बुलाया। स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया और पुलिस एवं अग्निशमन विभाग को सूचित किया।
दोनों भाइयों की मौत से परिवार पर टूटा दुख का पहाड़ आग बुझने के बाद जब लोग अंदर गए, तो अरुण बरामदे में झुलसी अवस्था में पाया गया, जबकि वंशु की मौत घटनास्थल पर ही हो चुकी थी। अरुण को तुरंत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे ने नीरज और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
परिवार ने पोस्टमार्टम से किया इनकार, पुलिस ने मनाया राजी हादसे के बाद परिजनों ने बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। हालांकि, पुलिस के समझाने के बाद वे इसके लिए तैयार हुए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाया जाएगा।
सीएफओ ने किया जांच का आश्वासन सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि शुरुआती जांच में मच्छर भगाने की अगरबत्ती से आग लगने की संभावना जताई जा रही है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है ताकि आग के स्रोत और सुरक्षा उपायों का पता लगाया जा सके।
आग से बचाव की जरूरत यह हादसा आग से बचाव और घरों में सुरक्षा उपकरणों की आवश्यकता को उजागर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि घरों में आग बुझाने वाले उपकरण और धुएं का पता लगाने वाले अलार्म लगाना अनिवार्य होना चाहिए।
इलाके में शोक का माहौल प्रशांत विहार कॉलोनी में इस घटना से गम और मातम का माहौल है। स्थानीय लोग इस कठिन समय में परिवार के साथ खड़े हैं और हरसंभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं।
सावधानी बरतें, सुरक्षित रहें ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अगरबत्ती, मोमबत्ती, और अन्य ज्वलनशील सामग्रियों का इस्तेमाल सावधानीपूर्वक करना चाहिए। बिजली उपकरणों की नियमित जांच और बच्चों को सुरक्षा नियमों की जानकारी देना बेहद जरूरी है।
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