गाजियाबाद:- साहिबाबाद स्थित क्लाइंट ग्रांट होटल में राष्ट्रीय सैनिक संस्था के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन का ऑनलाइन उद्घाटन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। उन्होंने सैनिकों और उनके परिवारों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके बलिदान और धैर्य के लिए पूरा देश उनका आभारी है।
मुख्य अतिथि और शहीदों का सम्मान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राष्ट्रीय सैनिक संस्था की कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि शहीद पूरे देश के होते हैं और उनका सम्मान राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।
आचार्य लोकेश मुनि ने राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए इसके प्रति अडिग रहने का संदेश दिया। वहीं, बैंकॉक से आए पद्मश्री डॉ. पी. चिरपत ने भारत की स्वतंत्रता में थाईलैंड की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित किया।
संस्था के उद्देश्यों पर जोर संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने युवाओं को प्रारंभिक सैनिक प्रशिक्षण देने और शहीदों के परिवारों के सम्मान को प्राथमिकता बताया। उन्होंने देश के भीतर देशद्रोहियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया।
महत्वपूर्ण सहभागिता इस अधिवेशन में 20 राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र बगासी ने किया। इस दौरान शहीदों के परिवारों को सम्मानित कर उनकी वीरता को नमन किया गया।
राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने इस अधिवेशन के माध्यम से युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करने और शहीद परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का संदेश दिया।
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