साहिबाबाद:- शालीमार गार्डन के दिलशाद एक्सटेंशन-2 में त्रिलोक चंद के फ्लैट से चोरों ने लाखों की नकदी और गहने चोरी कर लिए। 14 दिसंबर की सुबह, चोरों ने फ्लैट की खिड़की में लगे सरिया काटकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। उस दिन त्रिलोक चंद परिवार के साथ अपनी ससुराल, आलमपुर जिरौली में तेरहवीं संस्कार में शामिल होने गए थे। साथी किरायेदार की सूचना पर चोरी का पता चला। पुलिस सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्धों को तलाश रही है।
डीएलएफ के बी-वन में दूसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 24 त्रिलोक चंद और उनके परिवार के साथ किराये पर रहता है। त्रिलोक चंद एक मोबाइल नेटवर्किंग कंपनी में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को वह परिवार के साथ तेरहवीं संस्कार में शामिल होने अपनी ससुराल गए थे। 14 दिसंबर की सुबह चार से छह बजे के बीच, चोरों ने उनके फ्लैट की खिड़की में लगे सरिया काटकर घर को खंगाला। घर में रखी लोहे की अलमारी से तीन लाख रुपये की नकदी और करीब चार लाख रुपये मूल्य के गहने चोरी कर लिए गए।
15 दिसंबर की दोपहर करीब 12ः20 बजे, पहली मंजिल पर रहने वाले मनीष के बेटे ने उन्हें खिड़की में लगी सरिया टूटी होने की सूचना दी। जानकारी मिलते ही त्रिलोक चंद ने अपने भतीजे और छोटे बेटे को घर भेजा। दोनों जब घर के अंदर पहुंचे तब चोरी का पता चला। त्रिलोक चंद ने बताया कि निर्माणाधीन मकान के लिए उन्होंने तीन लाख रुपये रखे थे। इसके अलावा जो गहने चोरी हुए हैं, वे उन्होंने बेटी की शादी के लिए बनवाए थे।
सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध युवक नजर आए हैं। त्रिलोक चंद ने बताया कि इन संदिग्धों ने दो घंटे में फ्लैट से बाहर आने के रास्ते पर करीब आठ से दस बार आते-जाते देखा गया है। मुख्य गेट से भागने की फुटेज नहीं मिली है। दिलशाद एक्सेंटशन दो के डीएलएफ बी-वन के दो गेट हैं। मुख्य गेट से स्थानीय लोगों का आना-जाना ज्यादा रहता है, जबकि सोसायटी के पिछले गेट से आवाजाही कम है, लेकिन उसका एक छोटा हिस्सा 24 घंटे खुला रहता है।
त्रिलोक चंद ने हैरानी जताई कि पिछले डेढ़ साल से सोसायटी के गेट पर गार्ड की तैनाती नहीं है। उन्होंने आशंका जताई कि चोर सोसायटी के पिछले गेट से भाग गए होंगे। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर दी है और थाना पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। जल्द ही संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद है। सलोनी अग्रवाल, एसीपी शालीमार गार्डन
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