उत्तर भारत:- पहाड़ी राज्यों के साथ-साथ अब पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी शीत लहर का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। कश्मीर के सभी जिलों में तापमान जमावबिंदु से नीचे पहुंच चुका है। जम्मू संभाग के इलाकों में भी ठंड और गलन ने हालात कठिन कर दिए हैं। गुलमर्ग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान माइनस नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो पूरा राज्य शीतलहर की चपेट में है। मंगलवार को प्रदेश के 15 स्थानों पर तापमान जमावबिंदु से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने 11 दिसंबर के लिए बिलासपुर, मंडी, ऊना और कांगड़ा जिलों में घने कोहरे और शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। भारी ठंड और बर्फबारी के चलते प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 18 सड़कों पर यातायात बाधित है।
उत्तराखंड में मौसम के बदलाव का प्रभाव पहाड़ी इलाकों में साफ नजर आ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, बुधवार को भी शीतलहर का प्रकोप बना रह सकता है। पहाड़ से लेकर मैदान तक रात में पाला गिरने से मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि, दिन में चटख धूप खिलने से अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पंजाब में पहाड़ों पर बर्फबारी के चलते ठंड में इजाफा हुआ है। चंडीगढ़ स्थित मौसम विभाग ने राज्य के 11 जिलों में शीतलहर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को पठानकोट और फरीदकोट सबसे ठंडे स्थान रहे, जहां न्यूनतम तापमान क्रमशः 1.2 और 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में भी तापमान में गिरावट के साथ गलन बढ़ गई है। बिहार में सबसे ठंडा स्थान डेहरी रहा, जहां न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। उत्तर पश्चिम दिशा से आने वाली सर्द हवाओं के कारण सुबह और शाम के समय ठंड और कंपकंपी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से उत्तर पश्चिम भारत में ठंड का असर और तेज हो सकता है और चार दिनों तक शीतलहर चलने की संभावना है। हालांकि, दिल्ली में फिलहाल शीतलहर की चेतावनी जारी नहीं की गई है। मंगलवार को दोपहर में गुनगुनी धूप के कारण अधिकतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई, जिससे दिन के समय ठंड से कुछ राहत महसूस हुई।
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