हाउन्सलो, वेस्ट लंदन के रहने वाले 10 वर्षीय कृष अरोड़ा ने अपनी असाधारण बुद्धिमत्ता से न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरी दुनिया को चौंका दिया है। उनका आईक्यू 162 है, जो अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग जैसे महान वैज्ञानिकों से भी ज्यादा है, जिनका आईक्यू लगभग 160 माना जाता है। बचपन से ही अपनी जटिल और गहरी सोच के कारण कृष ने यह साबित कर दिया है कि वह एक सामान्य बालक नहीं, बल्कि एक गहन बुद्धिमत्ता से संपन्न अद्वितीय प्रतिभा हैं।
बचपन में ही दिखाई दी असाधारण प्रतिभा
कृष का बचपन किसी सुपरजीनियस की कहानी से कम नहीं है। मात्र चार साल की उम्र में वह न केवल धाराप्रवाह पढ़ सकते थे, बल्कि जटिल गणितीय समस्याओं को भी चुटकी में हल कर लेते थे। उनके माता-पिता, मौली और निशल, दोनों इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, और उन्होंने कृष की असाधारण क्षमता को जल्दी ही पहचाना। वे हमेशा उसे नए-नए रास्तों पर सोचने और अपनी क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रेरित करते रहे हैं।
मौली और निशल ने महसूस किया कि उनका बच्चा किसी साधारण बच्चे से कहीं अधिक है, और यही वजह थी कि उन्होंने उसे सही दिशा में प्रशिक्षित किया। “जब वह चार साल का था, तब वह बिना किसी कठिनाई के किताबें पढ़ सकता था और जटिल गणितीय कार्यों को भी आसानी से हल कर सकता था। उसकी वर्तनी भी अतुलनीय थी,” उनकी माँ ने माय लंदन से बातचीत करते हुए बताया। इसने स्पष्ट किया कि कृष का मस्तिष्क सामान्य बच्चों से कहीं अधिक विकसित था।
शतरंज और संगीत में भी है गहरी रुचि
कृष ने शतरंज में भी अपनी विशेष प्रतिभा का प्रदर्शन किया। चार महीने की छोटी अवधि में ही, उन्होंने अपने मेंटर, जो कि 1600 रेटिंग वाले एक अनुभवी खिलाड़ी थे, को मात दे दी। उनका गणितीय और तार्किक सोच शतरंज में उनके खेल के आधार बने हैं। यही नहीं, कृष को पियानो में भी गहरी रुचि है। मात्र डेढ़ साल के भीतर उसने पियानो में ग्रेड 8 की परीक्षा पास कर दी, जो किसी भी संगीतकार के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
कृष की संगीत प्रतिभा और गणितीय कौशल दोनों ही अद्वितीय हैं। वह न केवल पियानो बजाते हैं, बल्कि संगीत में एक दुर्लभ क्षमता, पूर्ण सुर (एब्सोल्यूट पिच), भी रखते हैं, जो उन्हें बिना किसी संदर्भ स्वर के गीतों को ठीक से पहचानने और पुनः उत्पन्न करने की क्षमता देता है। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें ट्रिनिटी कॉलेज ऑफ म्यूजिक के “हॉल ऑफ फेम” में स्थान मिला है।
मेन्सा का हिस्सा बनना और आईक्यू में दुनिया के शीर्ष पर पहुंचना
हाल ही में, कृष को मेन्सा में सदस्यता प्राप्त हुई, जो उच्च बुद्धिमत्ता वाले व्यक्तियों का प्रमुख संगठन है। मेन्सा, जो Cattell III B परीक्षण का उपयोग करता है, मानसिक चपलता और तर्कशक्ति का मूल्यांकन करता है, और 160 से ऊपर के स्कोर को जीनियस स्तर की बुद्धिमत्ता माना जाता है। कृष का आईक्यू 162 है, जो उन्हें इस संगठन में स्थान दिलाने के लिए पर्याप्त था।
कृष ने द सन से बातचीत करते हुए कहा कि वह मेन्सा का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं और उन्हें गर्व है कि उनका आईक्यू आइंस्टीन और हॉकिंग से भी अधिक है। यह उनकी असाधारण बुद्धिमत्ता का प्रमाण है। हालांकि, उनके माता-पिता मानते हैं कि उनका बच्चा इस स्तर तक पहुंचने में सक्षम था, लेकिन यह एक चुनौतीपूर्ण यात्रा थी।
कृष का परिवार और भविष्य की दिशा
कृष का परिवार उनके लिए सबसे बड़ी प्रेरणा का स्रोत है। उनके माता-पिता ने हमेशा उनकी प्रतिभा को सही दिशा में बढ़ावा देने की कोशिश की। उनकी माँ, मौली ने कहा, “यह बहुत खुशी की बात है कि आप अपने बच्चे को इस तरह की शानदार चीजें करते हुए देख सकते हैं। वह हमेशा सवाल पूछता रहता है, और हम हमेशा उसकी जिज्ञासा को प्रोत्साहित करते हैं।”
कृष का सपना है कि वह गणित से जुड़े किसी क्षेत्र में अपना करियर बनाए। वह वेस्ट लंदन में क्वीन एलिजाबेथ स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी रखेंगे, जो देश के शीर्ष राज्य स्कूलों में से एक माना जाता है। उनका उद्देश्य गणित में अपनी क्षमताओं को और बेहतर करना है, और साथ ही वह शतरंज और पियानो में भी उत्कृष्टता प्राप्त करना चाहते हैं।
कीरा: जुड़वां बहन की अद्वितीय क्षमता
कृष की एक जुड़वां बहन भी है, जिसका नाम कीरा है। कीरा भी बुद्धिमत्ता के मामले में किसी से पीछे नहीं है। वह भी चार ग्रामर स्कूलों में प्रवेश प्राप्त कर चुकी हैं, जो उनके परिवार की शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और बौद्धिक क्षमता का प्रमाण है। कीरा और कृष दोनों ही एक-दूसरे से प्रेरित होकर आगे बढ़ते हैं, और यह परिवार अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
अंत में
कृष अरोड़ा की कहानी यह दर्शाती है कि असाधारण प्रतिभा और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनका उदाहरण यह साबित करता है कि एक बच्चा जब अपनी क्षमता को सही दिशा में उपयोग करता है, तो वह न केवल अपने परिवार, बल्कि समाज और दुनिया में भी बदलाव ला सकता है। कृष का भविष्य न केवल गणित और संगीत, बल्कि हर उस क्षेत्र में उज्जवल है, जहां वह अपने जुनून और मेहनत के साथ कदम रखेंगे।
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