इंदिरापुरम:- शक्ति खंड क्षेत्र में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को साइबर ठगों ने डिजिटल धोखाधड़ी का शिकार बनाया, जिसमें उन्होंने महिला से 1.38 लाख रुपये ठग लिए। महिला ने इंदिरापुरम थाने में इस घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई है, और पुलिस ने साइबर सेल की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता के अनुसार, एक फोन कॉल के जरिए उसे अश्विन राव नामक व्यक्ति ने संपर्क किया, जो खुद को एक फेड एक्स कंपनी से बताकर उनके आधार कार्ड के जरिए मुंबई से ईरान भेजी गई एक संदिग्ध कोरियर की जानकारी देने लगा। अश्विन ने महिला को साइबर सेल में रिपोर्ट करने के लिए दबाव डाला। इसके बाद, महिला को टेलीग्राम पर विक्रम नामक एक व्यक्ति से बात करने को कहा गया, जिसने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का सदस्य बताया। विक्रम ने महिला को बताया कि उनके आधार कार्ड का उपयोग करके 55 बैंक खातों से मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है, और उन्हें इसे रिपोर्ट न करने पर गंभीर परिणामों का सामना करने की धमकी दी।
डर के कारण महिला ने ठगों के निर्देशों का पालन किया और आईसीआईसी बैंक से 97 हजार रुपये का लोन लिया, जिसे फिर एक बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। इसके बाद, महिला के सेविंग अकाउंट से भी 41,700 रुपये ट्रांसफर करवा लिए गए। ठगों ने कहा कि यह राशि कुछ ही देर में उनके खाते में वापस आ जाएगी, लेकिन जब पैसा वापस नहीं आया, तो महिला को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने बैंक से भी एक नोटिफिकेशन प्राप्त किया, जिसमें लोन के अस्थाई रूप से फ्रीज किए जाने की जानकारी दी गई थी।
महिला ने बताया कि लगभग एक घंटे तक वह ठगों के संपर्क में रहीं और किसी से भी मदद नहीं ले सकीं, हालांकि उनका भाई पास में बैठा हुआ था, लेकिन वह उससे भी बात नहीं कर पाईं। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
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