गाजियाबाद:- वकीलों के बीच हड़ताल को लेकर गंभीर टकराव की स्थिति बन गई है। एक गुट ने हड़ताल को 21 दिनों के लिए स्थगित करने का फैसला किया है, जबकि दूसरे गुट ने इसे जारी रखने का एलान किया है। बुधवार को दोनों गुट फिर से आमने-सामने आ गए, और बृहस्पतिवार को अलग-अलग आम सभा की बैठक बुलाने का फैसला किया है।
हड़ताल का समर्थन कर रहे वकीलों ने गाजियाबाद बार एसोसिएशन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष को अध्यक्ष घोषित कर दिया। इस गुट का कहना है कि जब तक जिला जज और लाठीचार्ज के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी। इन वकीलों ने जिला जज का पुतला भी फूंका और धरना दिया।
वहीं, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर ही बैठक आयोजित की जाएगी, जहां आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने विरोध किया कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष को आम सभा बुलाने का अधिकार नहीं था, यह काम केवल अध्यक्ष और सचिव का है।
दूसरी ओर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान ने कहा कि उन्हें वकीलों ने अध्यक्ष चुना है, और इसलिए उन्होंने बैठक बुलाई है। उनका कहना है कि हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक जिला जज को नहीं हटाया जाता। इस गुट के वकील इसे आत्मसम्मान की लड़ाई मानते हैं और पीछे हटने का सवाल नहीं उठता।
गाजियाबाद बार एसोसिएशन में यह असहमति न केवल हड़ताल को लेकर बढ़ रही है, बल्कि संगठन में भी विभाजन की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
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