उत्तर प्रदेश:- झांसी जिले में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में मंगलवार रात एक भयंकर आग लग गई, जिसमें 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चों का इलाज चल रहा था। आग शार्ट सर्किट के कारण लगने की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर घायलों का हाल जाना और राहत कार्यों की निगरानी की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल बच्चों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए राज्य और जिला स्तर पर मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि आग के दौरान कुल 17 नवजात बच्चों का इलाज चल रहा था, जिनमें से 10 बच्चे आग की चपेट में आकर झुलस गए। हादसे के बाद से 7 घायल बच्चों को प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया, जबकि 8 बच्चे अपने परिजनों के साथ घर लौट गए। 6 बच्चों के परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की, वहीं, सीएम योगी ने राज्य सरकार के राहत प्रयासों की जानकारी दी। बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी घटना पर दुख जताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। अखिलेश यादव ने इसे प्रशासन और स्वास्थ्य प्रबंधन की बड़ी लापरवाही बताया और आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए।
इस दुखद घटना के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा मानकों और अस्पतालों में आग से बचाव के उपायों पर फिर से सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और मृतकों के शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
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