गाजियाबाद:- जनपद न्यायालय के परिसर में हुए लाठीचार्ज के खिलाफ वकीलों का विरोध तेज़ हो गया है। वकील अब 16 नवंबर को बड़ी महापंचायत आयोजित करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों के वकील शामिल होंगे। इस महापंचायत में वे आंदोलन की रणनीति तय करेंगे और जिला जज की बर्खास्तगी के अलावा लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
पिछले कई दिनों से वकील अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, और इस दौरान न्यायालय में किसी भी वकील या वादकारी की उपस्थिति नहीं हो रही है। गुरुवार को भी वकीलों का धरना जारी रहा, और कचहरी के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। बार अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि तहसील बार संघ से रजिस्ट्री का काम बंद करने की अपील की गई है, और वकील तब तक अपनी हड़ताल जारी रखेंगे जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं।
बार एसोसिएशन के सचिव अमित नेहरा ने बताया कि लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों ने 22 जिलों में प्रदर्शन जारी रखा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जो वकील अदालत में काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह विरोध उस घटना से शुरू हुआ, जब 29 अक्टूबर को एक जमानत अर्जी को लेकर जिला जज और वरिष्ठ अधिवक्ता के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। तब से ही वकील हड़ताल पर हैं।
इसी बीच, वकील शादाब ने प्रेस वार्ता आयोजित करने का ऐलान किया है, जिसमें वह अपनी ओर से पूरे मामले की जानकारी देंगे और अपनी सफाई पेश करेंगे।
गाजियाबाद न्यायालय में चल रहे इस विवाद ने वकील समुदाय को एकजुट कर दिया है, और उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे विरोध जारी रखेंगे।
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