कजान, रूस:- 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक ने भारत-चीन संबंधों में सकारात्मक बदलाव की आशा जगाई है। यह मुलाकात 2019 के बाद दोनों नेताओं की पहली औपचारिक बैठक थी, जिसमें सीमा पर शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने की बात की गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत-चीन संबंध न केवल हमारे लोगों के लिए, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।” उन्होंने आपसी विश्वास और सम्मान को द्विपक्षीय संबंधों की आधारशिला बताया।
बैठक के दौरान, शी चिनफिंग ने भी कहा कि “पिछले पांच वर्षों में यह हमारी पहली औपचारिक बैठक है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के लोग और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस बैठक पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा पर शांति बनाए रखने और मतभेदों के सही समाधान पर बल दिया। दोनों देशों के प्रतिनिधि जल्द ही सीमा विवाद पर बातचीत करने के लिए सहमत हुए हैं।
चीन ने भी स्वीकार किया है कि भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चार वर्षों से जारी विवाद का हल निकल गया है। यह समझौता गलवान घाटी में हुई झड़प के चार साल बाद आया है, जिससे तनाव कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि लगातार हुई बातचीत के बाद, 2020 से चल रहे विवाद का समाधान किया गया है, जिससे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति को बहाल करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
यह मुलाकात न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
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