पंचकूला:- हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम इस बार बेहद चौंकाने वाले रहे। बीजेपी हरियाणा में जीत की हैट्रिक के साथ नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है। दरअसल, हरियाणा में कोई भी पार्टी अब तक लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं जीती है। ऐसे में अगर बीजेपी जीत दर्ज करती है तो यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। पार्टी की इस शानदार परफॉर्मेंस के पीछे चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने का फॉर्मूला माना जा रहा है।
लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जीत दर्ज की है। सैनी ने कांग्रेस के मौजूदा विधायक मेवा सिंह को शिकस्त दी है। बता दें, बीजेपी ने इसी साल मार्च महीने में मनोहर लाल खट्टर को हटाकर ओबीसी समुदाय से आने वाले नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया था। सैनी को सीएम बनाना बीजेपी के लिए काफी फायदेमंद रहा।
नायब सैनी का जन्म 25 जनवरी 1970 को अंबाला के गांव मिर्जापुर माजरा में सैनी परिवार में हुआ था। उन्होंने बीए और एलएलबी किया हुआ है। सैनी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं। उन्हें संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है।
नायब सिंह सैनी अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुकात रखते हैं। नायब सिंह को मनोहर लाल का खास भी माना जाता है। भाजपा के साथ उन्होंने अपना राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी के रूप में साल 1996 से शुरू किया और साथ मिलकर साल 2000 तक काम किया। इसके बाद साल 2002 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी अंबाला से वह जिला महामंत्री रहे। वह साल 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पद पर भी तैनात रहे।
नायब सिंह सैनी अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुकात रखते हैं। नायब सिंह को मनोहर लाल का खास भी माना जाता है। भाजपा के साथ उन्होंने अपना राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी के रूप में साल 1996 से शुरू किया और साथ मिलकर साल 2000 तक काम किया। इसके बाद साल 2002 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी अंबाला से वह जिला महामंत्री रहे। वह साल 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पद पर भी तैनात रहे।
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