गाजियाबाद:- हाल ही में पैगंबर हजरत मुहम्मद को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद महंत यति नरसिंहानंद गिरी के समर्थन में हिंदू संगठनों ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सोमवार को बड़ी संख्या में जमा हुए, जहां उन्होंने पुलिस की बैरिकेडिंग को पार करने की कोशिश की। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य यति नरसिंहानंद की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करना था, लेकिन पुलिस कमिश्नर ने उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिससे प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए।
उदिता त्यागी, एक हिंदू संगठन की प्रतिनिधि, ने कहा, “अगर हमें जल्द ही महाराज जी का पता नहीं चला, तो हम 13 तारीख को महापंचायत करेंगे।” इस बीच, शिवशक्ति धाम डासना में एक आपात बैठक भी हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि सभी संगठन कमिश्नर कार्यालय जाएंगे और ज्ञापन देंगे।
बैठक में किसान नेता सहदेव त्यागी ने यति नरसिंहानंद के अवैध हिरासत को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें शिवशक्ति धाम से दबाव डालकर निकाला और बाद में गिरफ्तार किया। उनके अनुसार, अगर महामंडलेश्वर को कुछ हुआ, तो इसके जिम्मेदार पुलिस अधिकारी होंगे।
अक्षय त्यागी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि पुलिस आयुक्त के कदमों से बवालियों का हौसला बढ़ा है। डासना में पहले भी राजनीतिक हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन यति नरसिंहानंद के समर्थन में हिंदू समाज एकजुट है। बैठक में कई प्रमुख संत और नेता मौजूद थे, जिन्होंने इस मुद्दे पर गंभीरता से चर्चा की।
इस स्थिति ने समाज में एक नई बहस छेड़ दी है, जिसमें धार्मिक भावनाओं और कानून व्यवस्था के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
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