चेन्नई:- मरीना बीच पर भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का 92वां स्थापना दिवस मनाने के लिए आयोजित एयर शो का आयोजन लोगों के लिए एक शानदार अनुभव था, लेकिन कार्यक्रम के बाद भारी भीड़ ने कई समस्याएं पैदा कर दीं। हजारों दर्शकों ने इस खूबसूरत तट पर जुटकर एयर शो का आनंद लिया, लेकिन जब लोग घर लौटने लगे, तो उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ा।
भीड़ और यातायात की समस्या/ दुखद घटनाएं
पुलिस के अनुसार, एयर शो के बाद, पास के लाइटहाउस मेट्रो स्टेशन और वेलाचेरी एमआरटीएस स्टेशन पर सैकड़ों लोग उमड़ पड़े। इस भारी भीड़ के कारण प्लेटफार्मों पर खड़े होने की जगह नहीं थी। कुछ लोग तो यात्रा करने का जोखिम उठाते हुए ट्रेन की प्रतीक्षा करने लगे, जबकि कई यात्रियों को ट्रेन छूट गई। एआईएडीएमके नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारी ट्रैफिक और भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन विफल रहा। उन्होंने बताया कि गर्मी के कारण कई लोग बेहोश हो गए और अस्पताल में भर्ती हुए। दुखद बात यह रही कि दो लोगों की मौत हो गई, एक व्यक्ति ने सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया और दूसरा अन्ना सलाई में अपनी बाइक के पास।
स्वास्थ्य सेवाओं की कमी
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि करीब 35 लोग डीहाईड्रेशन के लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती कराए गए। मरीना और मुख्य सड़कें यातायात जाम से प्रभावित रहीं, जिसके कारण वाहन कई मिनट तक एक स्थान पर खड़े रहे। वेलाचेरी के एक यात्री ने बताया कि चिंताद्रिपेट के लिए एमआरटीएस ट्रेन लेना बहुत मुश्किल था, क्योंकि स्टेशन पर भीड़ थी। यह घटना यह दर्शाती है कि बड़े आयोजनों के लिए प्रशासनिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब लाखों लोग एकत्र होते हैं, तो सुरक्षा, परिवहन और स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करना आवश्यक है। इस तरह की घटनाएं ना केवल लोगों की सुरक्षा को प्रभावित करती हैं, बल्कि आयोजन की सफलता पर भी प्रश्न उठाती हैं।
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