नोएडा। जिले की सेक्टर-49 कोतवाली पुलिस ने लोगों से मेट्रो और निजी कंपनियों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने सरगना सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें चार युवतियां भी शामिल है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि अब तक इस गैंग ने लगभग 2000 लोगों से मेट्रो और निजी कंपनियों में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की है।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान सात लोगों को गिरफ्तार किया और इस दौरान इस दौरान पुलिस को ऑफिस से 11 मोबाइल फोन, 5 फर्जी मोहरे, 2840 रुपए, फर्जी आधार व रिज्यूम फॉर्म, रजिस्ट्रेशन फॉर्म, नियुक्ति पत्र और तीन रजिस्टर भी बरामद हुए। डीसीपी रामबदन सिंह का कहना है कि कुछ ठगी का शिकार हुए युवक और युवतियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में पीड़ितों ने बताया था कि कुछ लोग नौकरी के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी मनी व फाइल चार्ज के रूप में रकम ऐंठ रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल करते हुए सलारपुर स्थित एक ऑफिस में छापेमारी की जहां से बढ़ापुर के रहने वाले सरगना वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पियूष भाटी, हबीबपुर गांव के रहने वाले रोहित चंदेल उर्फ राहुल भाटी, मलकपुर के रहने वाले रोहित कुमार को गिरफ्तार किया। इन तीनों के निशानदेही पर उनके ऑफिस पर छापामारी की गई तो वहां से कॉलिंग करने का काम करने वाली अनामिका सिंह, लक्ष्मी सिंह ,शिखा कुशवाहा और शबा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
यूट्यूब पर करता था प्रचार
डीसीपी ने बताया की इन चारों युवतियों को सरगना वसीम अहमद ने 10 से ₹15000 वेतन पर नौकरी के लिए रखा था। उन्होंने बताया कि वसीम 12वीं पास है और वह यूट्यूब पर चैनल खोलकर विज्ञापन प्रसार प्रचार कर कर युवक और युवतियों के साथ ठगी की घटनाओं को अंजाम देता था। डीसीपी ने यह भी बताया कि इस गैंग में काम करने वाली चारों युवतियों को थाने से ही जमानत दे दी गई है जबकि तीनों आरोपियों को जेल भेजा गया है।
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