गाजियाबाद। प्रॉपर्टी डीलर विक्रम मावी हत्याकांड में फरार चल रहे 50 हजार के इनामिया हत्यारोपी को पुलिस ने 51 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि हत्यारोपी रालोद के सभासद सोनू बघेल पिछले 51 दिन से कभी इटावा औरैया तो कभी नोएडा में पहचान छिपाकर रह रहा था और मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल नहीं कर रहा। पहचान छिपाने के लिए सोनू बघेल ने अपने बाल भी कटवा दिए थे। सोनू बघेल से पुलिस पूछताछ कर रही है।
एसीपी क्राइम रितेश त्रिपाठी ने बताया कि पूछताछ के दौरान हत्या आरोपी सोनू बघेल ने बताया कि विक्रम मावी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पवन भाटी से उसकी गहरी दोस्ती थी। विक्रम के भांजे के कहे अनुसार उनके साथ देकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। पवन भाटी ने विक्रम की हत्या करने के लिए प्लानिंग की थी और हत्या के लिए सभी दोस्त व परिचितों को इकट्ठा किया था। सोनू बघेल ने पुलिस को यह भी बताया कि पहले विक्रम की लाठी डंडों से पिटाई की गई थी। इसके बाद उन्हें तीन गोली मारकर मौत के घाट उतारा गया था। एसीपी ने बताया कि पुलिस इस हत्याकांड में शामिल कई आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी। सोनू फरार चल रहा था। जिसके लिए पुलिस की कई टीमें लगी हुई थी जिसे अब गिरफ्तार किया गया है। विक्रम की हत्या के मामले में 21 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। विक्रम की हत्या के बाद परिवार के लोगों ने 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने जब जांच पड़ताल की तो कर और लोगों के नाम सामने आए थे।
रालोद के सिंबल से लड़ा था चुनाव
सोनू बघेल 2023 के नगर पालिका चुनाव में लोनी के वार्ड नंबर 19 से रालोद की टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत गया था। चुनाव जीतने के बाद उसने और ज्यादा गुंडागर्दी करना शुरू कर दी थी। फिलहाल पुलिस ने सोनू बघेल को गिरफ्तार करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने विक्रम हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान मुख्य आरोपी ने बताया था कि मामूली कासुनी के बाद विक्रम की हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था।
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