गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना पुलिस ने बीते दिनों हुए विक्रम मावी हत्याकांड फरार चल रहे 50 हजार के इनामिया बदमाश रोहित भाटी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी। विक्रम हत्याकांड के बाद सागर मणि ने 22 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने चरण सिंह भाटी, पवन भाटी, विमला, चंचल, पूजा, गौरव, कविता, विमल, प्रशांत, सोनू, काले उर्फ अंकुर, दीपक, गौरव, टिंकू उर्फ हेमंत, कुलदीप, राहुल उर्फ रामबाबू सहित 19 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि 12 मई को लोनी बॉर्डर थाना में सागर मावी ने निवासी ग्राम टीला शहबाजपुर थाना लोनी बॉर्डर गाजियाबाद ने तहरीर के माध्यम से सूचना दी कि चरण सिंह भाटी, पवन भाटी, विमला, कविता, चंचल, कुलदीप, पूजा, राहुल भाटी, सोनू बघेल, रोहित भाटी, गौरव, टिंकू, विमल, प्रशांत उर्फ मुत्त, निशांत, राहुल रामबाबू, गगन आदि द्वारा वादी व वादी के पिता को पाइपलाइन रोड पर रास्ता रोककर लाठी, डंडो, पिस्टल, तमंचों से लैस होकर घेरकर हमला कर दिया। जिससे उसके पिता का सिर फट जाने से मौत हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके तहरीर के आधार पर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया था। टीम ने समय-समय पर अब तक 19 लोगों की इस हत्याकांड में गिरफ्तारी की है।
आरोपी ने कबूला गुनाह
रोहित भाटी ने बताया कि मैं पवन भाटी का भतीजा हूँ। 5 मई को को विक्रम मावी ने पवन भाटी के माता पिता व पत्नी के साथ मारपीट की थी। जिस कारण से पवन भाटी अपने मामा विक्रम मावी को मारने को आतुर था। विक्रम मावी की हत्या वाले दिन में भी मौके पर ही था तथा मेरे द्वारा भी विक्रम मावी के साथ मारपीट की गई थी। इसके बाद हम लोगों ने विक्रम पर हमला बोल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। विक्रम की मौत होने के बाद हम लोग फरार हो गए थे ताकि हमें कोई पकड़ा ना पाए, लेकिन पुलिस की टीम ने हमें पकड़ लिया।
रोहित भाटी ने बताया कि मैं पवन भाटी का भतीजा हूँ। 5 मई को को विक्रम मावी ने पवन भाटी के माता पिता व पत्नी के साथ मारपीट की थी। जिस कारण से पवन भाटी अपने मामा विक्रम मावी को मारने को आतुर था। विक्रम मावी की हत्या वाले दिन में भी मौके पर ही था तथा मेरे द्वारा भी विक्रम मावी के साथ मारपीट की गई थी। इसके बाद हम लोगों ने विक्रम पर हमला बोल दिया जिससे उसकी मौत हो गई। विक्रम की मौत होने के बाद हम लोग फरार हो गए थे ताकि हमें कोई पकड़ा ना पाए, लेकिन पुलिस की टीम ने हमें पकड़ लिया।
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