नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद अब सरकार बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी सिलसिले में NDA की पहली बैठक पीएम आवास में चार बजे हुई। एक घंटे चली बैठक में मोदी को एनडीए का नेता चुना गया। 7 जून को एनडीए के सांसदों की बैठक के बाद राष्ट्रपति को सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा सभी सहयोगी दलों के साथ वन टू वन मिलकर उनसे बात करने और नई सरकार के स्वरूप पर चर्चा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
मीटिंग 10 से ज्यादा पार्टियों के नेता शामिल हुए। इनमें जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, आजसू प्रमुख सुदेश महतो, RLD के जयंत चौधरी, जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एलजेपी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान, अपना दल (सोनेलाल) की नेता अनुप्रिया पटेल और हम के नेता जीतनराम मांझी शामिल हैं। इस बीच पीएम मोदी के इस्तीफे और कैबिनेट को भंग करने की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोकसभा को भंग कर दिया।
पदों की भरपूर मांग
टीडीपी ने 6 मंत्रालयों समेत स्पीकर पद की मांग की। वहीं, JDU ने 3, चिराग ने 2 (एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार), मांझी ने एक, शिंदे ने 2 ( एक कैबिनेट, एक स्वतंत्र प्रभार) मंत्रालयों की मांग की है। वहीं, जयंत ने कहा है कि हमें इलेक्शन के पहले एक मंत्री पद देने का वादा किया गया था। इसी तरह अनुप्रिया पटेल भी एक मंत्री पद चाहती हैं। 7 जून को सुबह 11 बजे NDA संसदीय दल की बैठक होगी। इसमें नरेंद्र मोदी को औपचारिक तौर पर नेता चुना जाएगा। इसके बाद 8 जून को मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
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