नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली के भारत मंडपम में नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड्स कार्यक्रम में मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने कथा वाचक जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार का पुरस्कार, मैथली ठाकुर को सांस्कृतिक राजदूत वर्ष पुरस्कार, ड्रू हिक्स को सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार, मल्हार कलांबे को स्वच्छता राजदूत पुरस्कार,आर.जे. रौनक को ’सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक रचनाकार पुरुष’ पुरस्कार,कबिता सिंह (कबिताज़ किचन) को खाद्य श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ क्रिएटर का पुरस्कार,निश्चय को गेमिंग श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ क्रिएटर का पुरस्कार प्रदान किए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एक और संयोग है कि ये पहला नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर आयोजित हो रहा है और मेरे काशी में तो शिव जी के बिना कुछ नहीं चलता है। शिव भाषा, कला और क्रिएटिविटी के जनक माने गए हैं। हमारे शिव नटराज हैं। शिव के डमरू से माहेश्वर सूत्र प्रकट हुए हैं। शिव का तांडवलय सृजन की नींव रखता है। मैं आपको और सभी देशवासियों को महाशिवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अगले कुछ दिनों में लोकसभा के चुनाव होने जा रहे हैं, लेकिन ये कार्यक्रम उसके लिए नहीं है। मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगले शिवरात्रि पर मैं ही ऐसा कार्यक्रम करूंगा। पीएम ने कहा कि जब समय बदलता है, जब नए युग की शुरुआत होती है तो उसके साथ कदम से कदम मिलाना ये देश का दायित्व होता है। आज भारत मंडपम में देश अपने उस दायित्वों को पूरा कर रहा है। हर प्रकार की सफाई में काम आ सकता है, इस चुनाव में भी सफाई होने वाली है। ये पहला ऐसा अवार्ड है जो शायद आने वाले दिनों में बहुत प्रमुख स्थान लेना वाला है। ये इस नए युग को ऊर्जा से भर रहा है। रचनात्मकता को सम्मान देना और समाज के रोजमर्रा जिंदगी के प्रति जो संवेदनशीलता है उसको सम्मान करने का ये अवसर है। भविष्य में ये अवार्ड कंटेंट क्रिएटर्स के लिए बहुत बड़ा प्रेरणा बनेगा। आज जिन्हें ये अवार्ड मिले मैं उन्हें बधाई देता हूं। क्या हम ऐसा कंटेंट और ज्यादा बना सकते हैं, जो यूथ में ड्रग्स के नकारात्मक प्रभाव को लेकर जागरूकता लाए? हम समझा सकते हैं कि युवाओं के लिए नशा कूल नहीं है।
अवॉर्ड्स पाकर पीएम के लिए बोले क्रिएटर्स
नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुरस्कार मिलने पर ड्रू हिक्स ने कहा कि मैं भारत में काफी सालों रहा हूं। अभी मैं थाईलैंड में रहता हूं। मैं वापस यहां रहने आ रहा हूं। मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है कि मुझे ये पुरस्कार मिला है। मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि मैं लोगों को खुश करना चाहता हूं और भारत का नाम रोशन करना चाहता हूं। वहीं कल्चरल एंबेसडर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित होने पर मैथिली ठाकुर ने कहा कि यह सब एक सपने जैसा लग रहा। पीएम मोदी ने खुद रचनाकारों को बुलाया और हमें पुरस्कृत किया। मैं पीएम मोदी के साथ एक सेल्फी क्लिक करना चाहता थी और वे इसके लिए मान गए।
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