गाजियाबाद। शिव शक्ति धाम डासना में 17 से 21 दिसंबर 2024 तक विश्व धर्म संसद होगी। मंदिर के पीठाधीश्वर और श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा, इस धर्म संसद के लिए ईसाई धर्मगुरु पोप सहित दुनियाभर के 15 हजार धर्मगुरुओं को निमंत्रण दिया जाएगा। ये धर्म संसद विश्व के इतिहास में अपना स्थान बनाएगी।
अपने बयान में यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर विश्व अब तेजी से महाविनाश की तरफ बढ़ रहा है। मुस्लिम जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। विश्व को यह समझना पड़ेगा कि जिस देश या भूभाग में एक बार मुस्लिम जनसंख्या तीस प्रतिशत हो जाती है, वहां अगले पचास वर्षों में मुस्लिम फिर किसी को भी सम्मानपूर्वक जिंदा नहीं रहने देते। इस्लाम का जिहाद किसी एक कौम या समुदाय का शत्रु नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण मानवता का शत्रु है।
जिहाद रोकने को उठाने होंगे ठोस कदम
महामंडलेश्वर ने कहा कि अब हम सबको तय करना ही पड़ेगा और इस्लाम के जिहाद को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पड़ेंगे। उन्होंने सम्पूर्ण विश्व के धर्मगुरुओं से आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मानवता को इस भीषण और दुर्दांत संकट से मुक्ति का मार्ग दिखाना चाहिये। इसके लिये विचार विमर्श का एक मंच तैयार करने के लिये ही शिवशक्ति धाम डासना में 17, 18, 19, 20 और 21 दिसम्बर 2024 को विश्व धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है।
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