मुजफ्फरनगर। एटीएस ने संदिग्ध पकड़ा हैं। उसके पास से चार टाइमर बम बरामद हुए हैं। बमों का इस्तेमाल कहां किया जाना था, इसको लेकर फिलहाल सुराग लगाए जा रहे हैं।
मामला खालापार इलाके का है। एटीएस चीफ अमिताभ यश ने बताया कि संदिग्ध को बमों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इन बमों को रिमोट और टाइम से टिगर किया जा सकता है। जानकारी मिली है कि जिन लोगों ने इन बमों को बनाया है, उन लोगों ने मुजफ्फरनगर दंगों के समय भी ऐसे ही बम बनाए थे। ये बम लोगों को बांटे भी गए थे। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जो भी चीजें सामने आएगी, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। चर्चा है कि गिरफ्तार संदिग्ध जावेद ने पूछताछ में बताया कि ये बम एक महिला ने ऑर्डर देकर बनवाए थे। अब उस महिला की तलाश की जा रही है। जावेद इससे पहले भी टाइमर बम बना चुका था। उसकी ननिहाल नेपाल में है। पुलिस अब उसका नेपाल कनेक्शन भी खंगाल रही है।
रेडियो का मिस्त्री है जावेद
जावेद पहले रेडियो ठीक करने का काम भी करता था
जावेद के दादा का पटाखे बनाने का काम था। बताया जा रहा है कि दादा से ही जावेद ने बम बनाना सीखा। एटीएस के एडिशनल एसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया जावेद पहले रेडियो ठीक करने का काम भी करता था। इसलिए उसको मशीनों के बारे में अच्छी-खासी नॉलेज भी है।
पूछताछ में खुलेंगे राज
पूछताछ में जावेद ने इससे पहले भी टाइमर बम बनाने की बात कबूल की है। फिलहाल इंटेलिजेंस ब्यूरो और एटीएस की टीमें भी जावेद से पूछताछ कर रही हैं। जावेद शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड का रहने वाला है।
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