गाजियाबाद। इंटरमीडिएट के छात्र ने कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वजह थी कि उसके दादा को गंभीर बीमारी होने की बात डाक्टर ने कही थी। मामले की जानकारी पर पुलिस ने परिजनों के विरोध को झेला। परिवार वालों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है।
मोदीनगर इलाके के ग्यासपुर गांव निवासी किसान अमरीश त्यागी का बड़ा बेटा हर्षवर्धन 12 वीं का छात्र था। अमरीश त्यागी के पिता काफी समय से बीमार चल रहे है। सोमवार को हर्षवर्धन अपने दादा को डॉक्टर के पास दिखाने गया था। बताया गया है कि डॉक्टर ने उनके दादा को कैंसर की बीमारी बता दी। रात में वह अपने दादा को लेकर गांव पहुंचा और चारपाई पर आराम करने के लिए लिटा दिया। इसके बाद हर्षवर्धन कमरे में गया। कुछ देर बाद फायर की आवाज सुनकर परिवार वाले पहुंचे तो वहां उसका शव खून से लतपथ पड़ा था।
पुलिस ने झेला विरोध
पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेना चाहा। जबकि परिवार वालों ने पोस्टमार्टम से इंकार किया। इसी को लेकर वहां अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। वहीं परिजनों ने रात में ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। एसीपी एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि परिजन व ग्रामीणों का कहना था कि अवसाद में आकर छात्र ने आत्महत्या की है। वह शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते। परिजनों ने रात में ही छात्र का अंतिम का संस्कार कर दिया।
दादा से था बेहद लगाव
ग्रामीणों का कहना है कि अपने दादा से हर्षवर्धन का लगाव ज्यादा था, उनके दादा कई माह से बीमार चल रहे थे। तभी से वह परेशान चल रहे थे और अपने दादा के पास ही रहते थे। सोमवार को दादा को कैंसर घोषित होने के बाद वह अवसाद में आ गया।
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