नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बयान देते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस ने 22 तारीख को एक चुनावी फ्लेवर दे दिया है। इसको लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भाजपा नेताओं ने बयान बाजी कर जमकर घेरा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि विपक्ष का काम बोलना ही है, लेकिन उन्हें ये भी नहीं मालूम कि वे राम के खिलाफ बोलने के लिए तैयार हो गए हैं, भारतीय होने के नाते हमें इस पर गर्व होना चाहिए, इस पर राजनीति न करें। अगर वे नहीं आ रहे हैं तो ये उनका नुकसान है हमारा नहीं। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि कल तक कहते थे कि 3 किलोमीटर दूर मंदिर बन रहा है वे भी झूठा साबित हो गया। राजनीति करने, सुर्खियों में बने रहने और राम मंदिर से दूरी बनाए रखने के लिए घमंडिया गठबंधन के नेताओं के एक के बाद दूसरे बयान आ रहे हैं। इन्होंने कभी भगवान राम को नहीं माना आज भी नहीं मान रहे हैं।
गठबंधन की आदत है विवादित बयान
एलजेपी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर विवादित बयान देना, रामचरितमानस के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करना, इस गठबंधन(इंडिया) के घटक दलों की आदत बन गई है। इन्होंने हमेशा से तुष्टिकरण की राजनीति की है। ये घटक दल चाहते तो लंबे समय पहले ही इस विषय को सुलझाया जा सकता था।
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