गाजियाबाद। बैंक्वट हॉल में वेटर की मौत के मामले में पुलिस की तफ्तीश लगभग पूरी हो चुकी है। परिजनों ने हत्या का मुकदमा लिखाया था लेकिन जांच में आत्महत्या की पुश्टि हुई है। इस आधार पर अब पुलिस नामजदों को क्लीनचिट देने की तैयारी में है। हालांकि आत्महत्या की वजह पुलिस भी स्पश्ट नहीं कर पा रही है।
राकेश मार्ग निवासी 18 वर्षीय नीरज शादी समारोह में वेटर का काम करता था। आरके बैंक्वट हॉल में 14 दिसंबर को शादी समारोह था। नीरज भी काम पर था। रात करीब आठ बजे वह बैंक्वट हाल की दूसरी मंजिल पर बने कमरे में गया था, लेकिन बाहर नहीं आया।
काफी देर तलाशने के बाद उसका शव कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मामले की जानकारी पर परिवार वाले भी वहां पहुंचे और हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ ने बैंक्वट हाल में तोड़फोड़ भी की थी। वहीं पुलिस ने बैंक्वट हॉल संचालक सतीश और वेटर विक्की पर हत्या का केस दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिंग आई है। मौके से हालांकि कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन शरीर पर चोट के भी निशान नहीं है। ऐसे में हत्या का मामला नहीं है।
फैसले की भी चर्चा
चर्चा है कि दोनों पक्षों के बीच अब फैसला हो चुका है। फैसला किस शर्त पर हुआ। इसकी पुख्ता जानकारी किसी पर नहीं है। पुलिस भी फैसले की बात से अनभिज्ञता रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में समझौते की बात सामने आई है, लेकिन उनकी जानकारी में नहीं है। एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि केस हत्या में दर्ज किया गया था, लेकिन पीएम रिपोर्ट से आत्महत्या की पुष्टि हुई है। इसलिए शीघ्र कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की जाएगी।
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