गाजियाबाद। तापमान गिरने के साथ ही अब प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। गुरुवार को जिले का एक्यूआई 230 से बढ़कर 284 हो गया है। अगले दो दिन में एक्यूआई बढ़ने पर स्थिति और खराब हो सकती है। चिंता की बात है कि वसुंधरा की वायु गुणवत्ता 305 पर गंभीर हो गई जो लोनी के के मुकाबले ज्यादा रही।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में तापमान गिरने के साथ-साथ हवा की गति धीमी होने पर वायुमंडल में धूल और मिट्टी के कण सांसों में जहर घोलेंगे। ऐसे में बिना मास्क घर से बाहर निकलना फेफड़े और शरीर के अन्य अंगों को नुकसान भी हो सकता है।
सुबह आठ बजे से ही शहर में प्रदूषण बढ़ने से हालात बिगड़ने लगे थे। जिले का एक्यूआई 354 से बढ़कर एक घंटे बाद 258 हो गया। दोपहर एक बजे वायु गुणवत्ता 270 हो गई। पीएम10 और पीएम 2.5 मानक से साढ़े तीन गुना ज्यादा बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन और सांस की तकलीफ हुई जबकि अस्थमा के मरीज और गर्भवती महिलाओं के लिए लंबे समय तक घर से बाहर रहना ज्यादा नुकसान वाला रहा। वहीं इंदिरापुरम का एक्यूआई दोपहर में वसुंधरा, लोनी और संजय नगर की वायु गुणवत्ता से बढ़कर 280 हो गया था। मगर हवा कम गति से चलने के कारण वसुंधरा का एक्यूआई गंभीर श्रेणी में 305 पर पहुंच गया।
वसुंधरा में सांस लेना खतरनाक
वसुंधरा स्टेशन शहर का सबसे प्रदूषित रिकॉर्ड हुआ उसके बाद लोनी 298, इंदिरापुरम 290 जबकि संजय नगर में एयर क्वॉलिटी 265 रही। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रबंधक विकास मिश्र का कहना है कि हवा की गति धीमी होने से एक्यूआई बढ़ रहा है। धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई के लिए यातायात पुलिस के अधिकारियों से वार्ता हुई है।
ये है एक्यूआई लेवल
गाजियाबाद का लेवल 284 रिकार्ड किया गया है। जबकि वसुंधरा 305, इंदिरापुरम 290, संजय नगर 265 तो लोनी की स्थिति 298 है। हवा धीमी होने के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं।
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