नोएडा। साइबर ठगी के मामले जिले में थमने के नाम नहीं ले रहे हैं यहां एक युवती को ऑनलाइन बंधक बनकर ठगी करने के बाद अब लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल के साथ 2.28 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी की जानकारी लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधा कृष्ण मथुर को तब हुई जब उनके इंटरनेट बैंकिंग से पैसे निकल जाने का एसएमएस मोबाइल फोन पर आया।
सेक्टर-126 कोतवाली के जेपी विशटाउन के कालिस्पो कोर्ट टावर निवासी लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर ने बताया कि उनका बैंक एकाउंट दिल्ली के निर्माण भवन स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में है। इसी खाते सेलद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर लेनदेन करते हैं। कोतवाली में दी गई तहरीर में पूर्व राज्यपाल ने बताया कि 17 नवंबर को उनके खाते से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर 2.28 लाख रुपये निकाल लिए गए। जब उनके मोबाइल फोन पर नेट बैंकिंग द्वारा पैसे निकालने का मैसेज आया तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई। पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर ने बताया कि ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर तीन बार में पैसे निकाले जाने की जानकारी मिली। पहली बार में उनके के खाते से 1.34 लाख रुपये, दूसरी बार 33 हजार और तीसरी बार में 59800 रुपये निकाले गए थे। पूर्व उपराज्यपाल ने बताया कि अकाउंट से पैसे निकाले गए उस दौरान उन्होंने इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग नहीं किया। रुपये निकालने के बाद इंटरनेट बैंकिंग बंद करा दी है। फिलहाल पूर्व उपराज्यपाल की शिकायत पर पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2008 की धारा 66डी में मुकदमा दर्ज करके जांच शुरु कर दी है।
पुलिस टीमें जांच में जुटीं, जल्द होगा झुलासा
लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर के साथ हुई ठगी के मामले में एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी गई है। जिस खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर की गई पुलिस उन खातों की जानकारी कर रही है। जांच में पुलिस के अलावा साइबर टीम भी लगी हुई है।
एसएमएस से हुई ठगी की जानकारी
लद्दाख के पूर्व उपराज्यपाल राधाकृष्ण माथुर के फोन पर एसएमएस आया तब उन्होंने देखा कि उनके खाते से तीन बार में 2. 28 लाख रुपए की ठगी हुई है। इसके बाद पूर्व राज्यपाल ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की। साइबर ठगों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वह किसी को भी नहीं बख्स रहे। इससे पहले भी साइबर ठगों ने एक युवती को ऑनलाइन बंधक बनाकर ठगी की थी।
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